नईदिल्ली। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि, आज दिन की अवधि केवल 10 घंटे 19 मिनट और 10 सेकंड होगी। आप को लगता होगा कि, दिन और रात की अवधि बराबर होती होगी मगर ऐसा नहीं है। दरअसल, आज वर्ष का सबसे छोटा दिन होगा। यह दिन इसलिए छोटा होगा क्योंकि मकर रेखा पृथ्वी के सबसे करीब होगी। ऐसे में दिन काफी छोटा होगा। गौरतलब है, कि, अब मकर संक्रांति में कम ही दिन बचे हैं। मकर संक्रांति के दौरान सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करता है। इसके पूर्व यह धीमे - धीमे होने लगता है क्योंकि, साढ़े तेईस अक्षांश पर झुकी धरती बेहद धीमी गति से घूर्णन करती है और इसका परिभ्रमण काल भी बेहद धीमा होता है। जब यह अपने अक्ष पर घूमती हुई आज के दिन को तय करती है तो सूर्य से इसकी दूरी पृथ्वी से उत्तरी गोलार्द्ध से अधिक हो जाती है। ऐसे में सूर्य किरणों का फैलाव पृथ्वी पर कम समय तक हो पाता है। जानकारी सामने आई है कि, सोलस्टाइस के विपरीत समर सोलस्टाइस मनाया जाता है। पृथ्वी की गति के कारण दिन व रात की अवधि में आने वाला बदलाव एक खगोलीय बदलाव है। इस घटनाक्रम के बाद इस तरह का खगोलीय घटनाक्रम 21 मार्च व 23 सितंबर को होगा। जिसके तहत दिन व रात का समय समान होगा। इंडोनेशिया में भूकंप भूकंप से एक बार फिर हिला ईरान भूकंप से हिल उठा इंडोनेशिया असम में 4.2 तीव्रता के भूकंप के झटके