पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दलितों के लिए,आरक्षण जारी किए जाने का समर्थन किया। उन्होंने कहा है कि,समाज में आरक्षण बेहद जरूरी है। उनका कहना था कि, समाज में बहुत से लोग सामाजिक समरसता की बात करेंगे, मगर आरक्षण का विरोध भी कई लोग करेंगे। आक्षण का विरोध करने से किसी तरह की सामाजिक समरसता विकसित नहीं हो सकेगी। दरअसल वे भारतरत्न डाॅ. आंबेडकर की पुण्यतिथि समारोह को लेकर, बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सभागार में आयोजित किए जाने वाले एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, व्यक्तिगत तौर पर वे निजी क्षेत्र में आरक्षण के पक्षधर हैं मगर पार्टी स्तर पर अभी निर्णय लिया जाना शेष है। उन्होंने यह भी कहा कि, आरक्षण का प्रावधान दिया जाता है तभी पिछड़ा वर्ग के कैंडीडेट विधानसभा में जनप्रतिनिधि बनकर पहुंचते हैं। केंद्र सरकार और भाजपा सबका साथ सबका विकास का मंत्र लेकर चल रही है। समाज में होने वाले परिवर्तनों का श्रेय डाॅ. आंबेडकर को और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को जाता है। उल्लेखनीय है कि, गुजरात विधानसभा चुनाव में दलित वोट बैंक विभिन्न दलों के लिए बेहद अहम है। दलितों को लेकर, कांग्रेस ने अपनी रणनीति तैयार की है। दलित नेता को कांग्रेस ने अपने समर्थन में ले लिया है। तो दूसरी ओर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता दलितों के साथ भोजन करने में लगे हुए हैं। गुजरात चुनाव के प्रचार प्रयार के पहले विभिन्न राज्यों में भाजपा नेता दलितों के साथ भोजन कर चुके हैं। 'पोल ऑफ पोल्स' में भाजपा की जीत प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस का बीजेपी पर निशाना आज ख़त्म होगा पहले चरण के लिए प्रचार अभियान बाबरी विध्वंस... 25 साल... और राजनीतिक बदलाव...