कहते हैं अगर कोशिश दिल से की जाए तो छोटे से काम की गूँज दूर तक जाती है. एक कश्मीरी किशोर अपने समुदाय की जीवन रेखा रही वुलर झील की सफाई अकेला करता रहा. उसके इस खामोश लेकिन अथक परिश्रम की तारीफ़ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यक्रम 'मन की बात' में की है. बिलाल अहमद डार (18) पिछले चार साल से वहां झील देखने आने वाले सैलानियों व स्थानीय लोगों द्वारा इस्तेमाल कर फेंकी गई प्लास्टिक की बोतलें, धातु की रद्दी चीजें, खाली टेट्रापैक डिब्बे व अन्य चीजें इकट्ठा करता रहा है. पांच साल पहले बिलाल के परिवार की मृत्यु के बाद से, वह स्कूल जाना छोड़ कर झील की सफाई में लगा हैं. बिलाल का कहना है कि, "वुलर हमारी जिंदगी है. जब मैं यहां आने वाले सैलानियों को कूड़ा-करकट फैलाते देखता हूँ, मुझे दुख होता है. मैंने अपनी शगल को कमाई का जरिया बनाने का फैसला लिया क्योंकि मैं झील के तट पर पैदा हुआ था और यहीं पला बढ़ा हूं. " बिलाल ने कहा "यह मेरे लिए वास्तव में उत्साहवर्धक है कि प्रधानमंत्री ने मेरे काम का जिक्र किया. " मोदी द्वारा बिलाल की तारीफ करने के बाद श्रीनगर नगर निगम ने, डल झील और अन्य जलाशयों की स्वच्छता के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए, बिलाल को इसका ब्रांड एंबेसेडर बना दिया. नगरपालिका की ओर से बिलाल के लिए आठ हजार रुपये मासिक मानदेय तय किया गया है. रेलमंत्री का आधी रात में रेलवे स्टेशन का दौरा स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को कहा ‘बेचारा’ चीन की बस्ती में लगी भीषण आग