वॉशिंगटन : उत्तर कोरिया द्वारा प्रतिबंध और चेतावनियां दिए जाने के बाद भी मिसाईलों का परीक्षण किया। जिसे लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लागू कर दिए। ऐसा करते हुए यूएन ने निर्णय दिया है कि, उत्तर कोरिया को परिष्कृत पेट्रोलियम पदार्थों तक उसकी पहुंच को सीमित कर दिया गया है। नवंबर माह में उत्तर कोरिया द्वारा इंटरकांन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाईल परीक्षण किया गया था। जिसके बाद यूएन के करीब 15 सदस्य देशों ने उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगा दिया था। यूएन में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने इस मामले में कहा था कि, जब उत्तर कोरिया के सैनिक भाग रहे हैं, उसके नागरिक भूख से परेशान हैं, ऐसे में उग्र देश की ओर से कठिन परेशानी पेश की गई। उसने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाईल का प्रक्षेपण किया। जबकि उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था। प्रतिबंध संबंधी निर्णय के तहत, उत्तर कोरिया को ऊर्जा, निर्यात और आयात क्षेत्र के साथ विदेशों में उत्तर कोरियाई नागरिकों पर प्रतिबंध लगाने की बात की गई है। इस मामले में समुद्रीय अधिकारियों ने उत्तर कोरिया की अवैध तस्करी संबंधी गतिविधियों पर रोक लगाने की बात कही है। इस प्रस्ताव पर 90 प्रतितशत परिष्कृत पेट्रोलियम पदार्थों के आयात पर रोक लगाई है। उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया अपने बमों और आयुधों में कोयले और इस तरह के अन्य पदार्थों का उपयोग अधिक करता है। उस पर लगाए गए प्रतिबंध और उसे ईंधन की आपूर्ति कम करने से वह आयुधों में पेट्रोलियम पदार्थों या जीवाश्म ईंधन का उपयोग नहीं कर पाएगा। दक्षिण कोरिया अमेरिका से 20 लड़ाकू विमान खरीदेगा कोरियाई प्रायद्वीप के ऊपर इकट्ठा होने लगे है तूफानी बादल आस्ट्रेलिया में पकड़ाया उत्तर कोरिया का एजेंट