वाराणसी. यूपी के वाराणसी जिले में 3 माह के बच्चे के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर हैरान रह गए जब उन्हें बच्चे के गर्भ में अविकसित भ्रूण दिखाई दिया. डॉक्टरों ने बताया कि नवजात बच्चियों के गर्भ से भ्रूण निकलने के अस्पताल में दो मामले हो चुके हैं, लेकिन लड़के के पेट में भ्रूण का यह पहला मामला है. बिहार के भभुआ जिले के निवसी सत्येंद्र यादव का 3 माह का बच्चा किडनी रोग से पीड़ित था. जिले के सर सुंदरलाल अस्पताल (बीएचयू) में उसका इलाज चल रहा था. डॉक्टरों की टीम ने किडनी बचाने के लिए आपरेशन शुरू किया, तब आपरेशन के दौरान 3 माह के बच्चे के पेट से अविकसित भ्रूण निकला. इस समस्या को चिकित्सकीय भाषा में फीटस इन फिटू कहा जाता है. पूरे विश्व में इस तरह के अब तक 200 मामले सामने आ चुके हैं. हॉस्पिटल के बाल शल्य विभाग के प्रो. एसपी शर्मा ने बताया कि “वैसे इससे पहले फीटस इन फिटू के 2 और मामले आए थे, लेकिन ऐसी समस्या लड़कियों में होती थी. वैसे हर 5 लाख बच्चों में ऐसी समस्या निकल आती है. ट्यूमर निकालने के लिए टीम ने आपरेशन किया था, लेकिन भ्रूण निकला, जिसमें शरीर के कई अंग थे, लेकिन अविकसित थे. भ्रूण का वजन 450 ग्राम है, जिसकी साइज 13 सेमी है. फिलहाल बच्चे पर नजर रखी जा रही हैं.” 5 साल की बच्ची के साथ बर्बरता, निजी अंग में डाला डंडा कछुआ बना भीषण सड़क हादसे का कारण नेपाल चुनाव के 49 संसदीय सीटों के नतीजे घोषित