लखनऊ. महज एक वर्ष के भीतर उत्तर प्रदेश पुलिस की ट्विटर सेवा ने फरियादियों को मदद दिलाने से लेकर अभद्र और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर डंडा चलाने में मदद की है. बीते वर्ष में ट्विटर की मदद से 79,761 शिकायतों में से 92 फीसदी मामलों का निस्तारण किया गया, वहीं अभद्रता और भ्रष्टाचार के आरोप में 90 पुलिसकर्मियों का निलंबन, 22 पर मुकदमा और 170 के खिलाफ जांच कारवाई गई है. अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था हरीराम शर्मा ने गुरुवार को पुलिस के ट्विटर सेवा की उपलब्धियां बताई. इस सेवा के प्रभारी डीजीपी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव हैं. उन्होने टिवीटर सेवा के जरिए डीजीपी का आमजन से सीधा संवाद भी शुरु करवाया है. शर्मा ने राहुल की सराहना करते हुए बताया कि, “ट्विटर सेवा के जरिये 2017 में 2,25,858 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 79,761 शिकायतों को कार्यवाही योग्य पाया गया. इस समय उप्र पुलिस के ट्विटर पर फालोवर्स की संख्या तीन लाख नौ हजार से ज्यादा है.” उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, “इस सेवा पर शिकायतों के निस्तारण में गौतमबुद्धनगर, वाराणसी और बरेली सबसे आगे रहे, तो बलरामपुर, फैजाबाद और शाहजहांपुर जिले की पुलिस ने कम रुचि ली. ट्विटर के जरिये पुलिस में आई 434 शिकायतों में मुकदमा दर्ज कराया गया. ट्रेन में यात्रा के दौरान छेड़छाड़ और अन्य मामलों की शिकायत मिलने पर भी कार्रवाई की गई.” 24 घंटे महिला सुरक्षा के लिए गुड़िया हेल्पलाइन इंडिगो एयरलाइंस को संसदीय कमिटी की फटकार प्रेमी जोड़े के भागने की सज़ा में लड़के के परिवार से दरिंदगी