लखनऊ : हाल ही में हुए गुजरात चुनाव में जहाँ दोनों दलों के बीच काफी संघर्ष और टक्कर देखने को मिली वहीँ अब यूपी में सियासी दलों की टक्कर की तैयारी हो चुकी है. यूपी में लोकसभा की 2 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. वैसे तो ये बहुत छोटी सी टक्कर होगी. लेकिन आने वाले 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए यह राजनीतिक पार्टियों के लिए बहुत बड़ा सबक साबित होगी. वहीँ इस चुनाव से प्रदेश के सियासी समीकरणों की दशा और दिशा दोनों ही साफ़ हो जाएगी. इससे पहले विधानसभा की एक सीट के लिए यूपी में उपचुनाव हो चुके हैं. इस सीट पर मतदान गुरुवार को हुआ था, जिसके नतीजे भी बीजेपी और विपक्ष के लिए सबक देने वाले होंगे. दरअसल गोरखपुर और फूलपुर की इन सीटों पर चुनाव मुख्यमंत्री योगी और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के त्यागपत्र देने के कारण होने हैं. इसी वजह से इन चुनाव के नतीजे अपने आप में बहुत महत्व रखते हैं. इन नतीजों से यह अनुमान लग जाएगा कि प्रदेश की जनता का रुझान किस राजनीतिक दल की तरफ है. और विपक्ष भी किसी के साथ गठबंधन कर के बीजेपी के खिलाफ अपना मोर्चा खोलेगा या अकेले ही सामना करने के लिए तैयार होगा. वहीँ यह चुनाव यह भी दर्शा देगा की जनता का झुकाव इन दोनों नेताओं की तरफ कितना है. यहां प्रवचन नहीं चल रहा है - योगी आज नोएडा जाऐंगे योगी आदित्यनाथ यूपी के दो लोकसभा उप चुनाव 22 मार्च से पहले