इंदौर :दिल्ली को हराकर विदर्भ ने पहली बार रणजी ट्रॉफी जीत ली है. विदर्भ ने दिल्ली को खिताबी मुकाबले में 9 विकेट से मात दी. इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में दिल्ली ने पहली पारी में 295 रन बनाये. जिसमे ध्रुव शौरी (नाबाद 123) और हिम्मत सिंह (66) रनों की पारियों ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में दिल्ली को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचा दिया. विदर्भ द्वारा बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर पहली पारी खेलने उतरी दिल्ली ने एक समय 99 रनों पर ही अपने चार विकेट खो दिए थे, लेकिन यहां से दूसरे छोर पर खड़े ध्रुव को हिम्मत का साथ मिला और दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी कर टीम को संभाल लिया. रजनीश गुरबानी ने हैट्रिक जड़कर फ़ाइनल में वह कारनामा कर दिखाया, जो उनसे पहले इस टूर्नामेंट के इतिहास में एक ही गेंदबाज कर सका है. बता दें कि कुल मिलाकर यह रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट के 83 साल के इतिहास में बनने वाली कुल 74वीं हैट्रिक रही. जवाब में विदर्भ ने अक्षय वाडकर के 133 रनों की बदौलत अपनी पहली पारी में 547 रन बनाकर 252 रनों की अहम बढ़त हासिल की. दिल्ली की टीम चौथे दिन सोमवार को अपनी दूसरी पारी में 280 रन बनाकर आउट हो गई. अक्षय वखारे ने चार और आदित्य सरवटे ने तीन विकेट लिए. विदर्भ को जीत के लिए 29 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उसने एक विकेट खोकर हासिल कर लिया. विदर्भ के रजनीश गुरबानी ने हैट्रिक सहित 8 विकेट लिए. भारत-पाक के बीच क्रिकेट के लिए अनुकूल माहौल नही मुझे विश्वास है टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका में इतिहास रचेगी- सहवाग जैक्स कैलिस को है स्टेन के करिश्मे का इन्तजार