फिल्म 'सत्या' और 'ओएमजी-ओह माई गॉड' जैसी फिल्मों के जरिये अपनी ख़ास पहचान बनाने वाले अभिनेता गोविंद नामदेव इन दिनों अपने बयान को लेकर चर्चा में है. हाल ही में हुए एक इंटरव्यू में गोविंद ने अपने बयान में कहा कि, "मैं हिंदू और मुस्लिम सौहार्द पर आधारित फिल्मों में काम करना चाहता हूं और ऐसी फिल्मों की कहानी लिखना चाहता हूं और सिनेमा के माध्यम से दोनों समुदायों के बीच शांति कायम करना चाहता हूं. यह 2018 के लिए मेरा संकल्प है." आगे उन्होंने बताया कि, उनकी अगली फिल्म 'झल्की..एक और बचपन' है. यह फिल्म बच्चों की तस्करी पर आधारित है और वह इसमें एक बाल तस्कर की भूमिका में हैं. बता दे कि, गोविन्द नामदेव ने अपने करियर की शुरुआत साल 1992 में डेविड धवन की फिल्म 'शोला और शबनम' से की थी. उन्होंने हिंदी फिल्मों में कई तरीके के रोल अदा किये, जिसके लिए उन्हें कई सारे अवार्डों से भी सम्मानित किया गया. वह हिंदी सिनेमा में फिल्म बैंडिट क्वीन, विरासत, सत्या, कच्चे धागे, मस्त, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी, सत्ता, सरफ़रोश, क़यामत जैसी फिल्मों में अपने अभिनय के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपने करियर में अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों, घाव, बधाई हो बधाई, पुकार, जैसी कई सुपरहिट फिल्मो में काम किया है. ये भी पढ़े शून्य से शिखर तक रजनी का कांति पूर्ण सफर इस खलनायक ने किया सलमान का शुक्रिया अदा जॉन और मनोज के साथ मिलकर झावेरी बनाएंगे 'राख' बॉलीवुड और हॉलीवुड से जुडी चटपटी और मज़ेदार खबरे, फ़िल्मी स्टार की जिन्दगी से जुडी बातें, आपकी पसंदीदा सेलेब्रिटी की फ़ोटो, विडियो और खबरे पढ़े न्यूज़ ट्रैक पर