जयपुर : मंहगाई की मार आम जनता की जेब पर बढ़ती जा रही है वहीँ दूसरी ओर सरकार भी जनता की जेब पर डांका डालने से बाज नहीं आ रही है. कच्चे तेल की कीमत चाहे बढ़ें या फिर घटे उससे फायदा सिर्फ और सिर्फ सरकार को ही होता है. उपभोक्ताओं की जेब पर बस वजन बढ़ता जाता है. अभी हाल ही के दो माह की अगर हम बात करें तो पिछले दो माह में पेट्रोल की कीमतों में 6.60 रूपये प्रति लीटर की बढोत्तरी हुई है.
जब अंतराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आइल की कीमत 110 रूपये प्रति बैरल थी तो उस समय प्रदेश में पेट्रोल के दाम 71 रूपये प्रति लीटर से लेकर 74 रूपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 50 से 56 रूपये थे. लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में अंधाधुंध गिरावट आयी और यह 40 डॉलर प्रति बैरल हो गया तब भी कीमतें काम होने की बजाय और बढ़ गयी. अब ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 4% का टैक्स बढ़ा दिया और साथ ही सरकार ने इसका वादा भी किया कि जब पेट्रोल डीजल की कीमतों में इज़ाफ़ा होगा तो टैक्स की दर कम कर दी जाएगी.
अगर सरकार पेट्रोल और डीजल से टैक्स को कम कर देती है तो प्रदेश में पेट्रोल की कीमतों में लगभग 10-11 रूपये प्रति लीटर की कमी हो जाएगी और पेट्रोल लगभग 68 रूपये प्रति लीटर हो जायेगा वहीँ डीजल भी 57 रूपये प्रति लीटर मिलेगा. अभी तक सरकार पेट्रोल पर लगभग 44.65 रूपये प्रति लीटर और डीजल पर 32.53 प्रति लीटर केवल टैक्स वसूल रही है.
जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की अर्थवयवस्था में
6 रूपए बढ़ा पैट्रोल, डीज़ल के दाम में भी हुई बढ़ोतरी