श्रीलंका के खिलाफ मोहाली वनडे में तमिलनाडु के युवा ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने अपना डेब्यू किया. आईपीएल में पुणे सुपरजाइंट से खेल चुके सुंदर सिर्फ एक कान से सुन पाते हैं. जब वे चार साल के थे , तो उनकी बीमारी का पता चला. कई अस्पतालों में इलाज के बाद पता चला कि ये रोग असाध्य है. सुंदर को भी इसके चलते परेशानी का सामना करना पड़ता था. लेकिन उन्होंने इस कमजोरी को हावी नहीं होने दिया.
सुंदर ने 2016 में तमिलनाडु टीम में जगह बनाई थी. वे कहते हैं, मुझे मालूम है कि फील्डिंग के दौरान साथी खिलाड़ियों को कॉर्डिनेट करने में दिक्कत होती है, पर उन्होंने कभी इसके चलते मुझसे शिकायत नहीं की वे मेरी कमजोरी को लेकर कभी कुछ नहीं कहते. सुंदर पार्थिव पटेल के बाद सबसे कम उम्र में टीम इंडिया की ओर से वनडे में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी हैं. सुंदर ने 18 साल 69 दिन में, जबकि पार्थिव ने 2003 में 17 साल 301 दिन में वनडे डेब्यू किया था. कुल मिलाकर भारत की ओर से वनडे खेलने वाले सुंदर 220वें खिलाड़ी बने.
इस युवा खिलाड़ी के लिए उसका यह ड्रीम डेब्यू साबित हुआ. वॉशिंगटन ने 9वीं गेंद पर अपने करियर का पहला विकेट चटकाया, वो भी बोल्ड कर. श्रीलंकाई बल्लेबाज लाहिरु थिरिमाने उनकी फिरकी पर अपना विकेट गंवा बैठे.
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