मुरादाबाद : तीन तलाक पर रोक लगाने के लिए जहां केंद्र सरकार हर संभव कोशिश कर रही है, इसके लिए गुरूवार को लोकसभा में बिल भी पेश किया है अब राज्यसभा की बारी है. वहीं दूसरी और महिलाओं की जिंदगी आज भी तीन बार तलाक बोलकर बर्बाद की जा रही है. मुरादाबाद में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां शौहर ने दहेज मांगा और मांग पूरी नहीं हुई तो तलाक दे दिया.
मुरादाबाद की वारिशा ने बताया कि 'मेरे पति ने मुझे दहेज की वजह से तलाक दे दिया है. उन्होंने मुझसे कहा कि गाड़ी या फिर 10 लाख रुपये नकद लेकर आओ, यदि तुम नहीं ला पाई तो मैं तुम्हें छोड़ दूंगा'. बता दें कि एक साथ तीन तलाक पर रोक लगाने वाले विधेयक को लोकसभा ने पारित कर दिया गया है.
इस मुस्लिम महिला (विवाह अधिकारों का संरक्षण) विधेयक को लोकसभा में गुरुवार शाम को वोटिंग कराई गई और अधिकतर सदस्यों ने इसके पक्ष में मतदान किया. तीन तलाक को अपराध करार देने वाले इस विधेयक को सुबह कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पेश किया था, जिस पर दिन भर चली बहस के बाद वोटिंग हुई.
हालांकि, लोकसभा से पारित किए गए एक साथ तीन तलाक विरोधी बिल पर आपत्ति जताते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि वह इसका विरोध करता है. इसके साथ ही मुस्लिम संस्था ने कहा कि वह लोकतांत्रिक तरीके से इस विधेयक में 'संशोधन, सुधार और हटाने' के लिए कदम उठाएगा.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलील-उर-रहमान सज्जाद नोमानी ने कहा, 'इस विधेयक में सुधार, संशोधन और हटाने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से जो भी कदम उठाए जा सकेंगे, हम उठाएंगे. फिलहाल हम कोर्ट जाने पर कोई विचार नहीं कर रहे हैं। यह विधेयक जल्दबाजी में लाया गया है.' उन्होंने कहा कि सरकार को इस मसले पर बोर्ड को अपने विश्वास में लेना चाहिए था.
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