नई दिल्ली. देश के फैक्ट्री उत्पादन में अक्टूबर में तीव्र गिरावट दर्ज की गई, कारण रहा विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट के कारण. आधिकारिक आंकड़ों से मंगलवार को यह जानकारी मिली कि अक्टूबर में फैक्ट्री उत्पादन 2.2 फीसदी पर रहा, जबकि सितंबर में यह 4.14 फीसदी था. वहीं, पिछले साल के अक्टूबर में यह 4.2 फीसदी पर था. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में कहा गया है कि, अक्टूबर में सामान्य सूचकांक 123 पर था, जो कि साल 2016 की तुलना में 2.2 फीसदी अधिक है.
सूचकांक के अनुसार , पिछले साल की समान अवधि की तुलना में इस साल अप्रैल-अक्टूबर में संचयी वृद्धि दर 2.5 रही. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के नतीजों के मुताबिक़, इस गिरावट का मुख्य कारण विनिर्माण और खनन क्षेत्र के उत्पादन में आई गिरावट है. विनिर्माण क्षेत्र, जिसका समग्र सूचकांक में सबसे अधिक भार है, इसमें केवल 2.5 फीसदी का विस्तार दर्ज किया गया, जबकि खनन उत्पादन में बहुत ही कम, मात्र 0.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, और बिजली उत्पादन का उप-सूचकांक 3.2 फीसदी पर रहा.
छह उपयोग आधारित वर्गीकरण समूहों में, प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में 2.5 फीसदी, मध्यवर्ती वस्तुओं में 0.2 फीसदी, बुनियादी ढांचा या निर्माण वस्तुओं में 5.2 फीसदी, उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं में 7.7 फीसदी और पूंजीगत वस्तुओं में 6.8 फीसदी की वृद्धी दर्ज की गई. इसके विपरीत, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु का उत्पादन 6.9 फीसदी गिरा. सीएसओ ने कहा, “उद्योगों के मामले में, विनिर्माण क्षेत्र के 23 में से 10 उद्योग समूहों में अक्टूबर के दौरान पिछले वर्ष की इसी माह की तुलना में सकारात्मक बढ़ोत्तरी देखी गई.”
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