नई दिल्ली : इसे बाज़ार का उतार- चढ़ाव कहें या सियासी चाल कि जिस गुजरात में चुनाव पूर्व विजय रूपाणी सरकार ने मूंगफली की न्यूनतम कीमत 900 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल तय की थी, उसके दाम चुनाव बाद 400 से 700 रुपये प्रति क्विंटल तक आ गए हैं. इसे लेकर आक्रोशित किसानों को विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है. वहीं पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी इस मामले में ट्वीट कर कहा कि गुजरात में आज किसानों को सुनने वाला कोई नहीं है.
उल्लेखनीय है कि जामनगर का जामखंभालिया मार्केट यार्ड मूंगफलियों से भरा पड़ा है. किसानों ने जिस मूंगफली को उपजाने के लिए किसानों ने करीब छह महीने लगा दिए, उसे आज खरीदने वाला कोई नहीं है. किसानों को लागत भी नहीं मिल पा रही. हालत यह हो गई है कि किसान जिस ट्रक में भरकर मूंगफली ला रहे हैं, उस ट्रक का खर्च भी निकलने वाला नहीं है. दाम इतने कम हो जाने पर दुखी किसानों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया.
आपको बता दें कि चुनाव से पहले 900 से 1200 प्रति क्विंटल और चुनाव के बाद विजय रूपाणी के नाम की सीएम के रूप में घोषणा होते ही दाम 400 से 700 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गए. राजनीति होनी ही थी. पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने इसे लेकर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि किसान काफी परेशान है, लेकिन राज्य में उनकी कोई सुनने वाला नहीं. किसानों की मूंगफली कोई ख़रीद नहीं रहा. किसान संघ भी कहीं दिख नहीं रहा.
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