तेज का अभिप्राय प्रकाश से है जो कई माध्यमो से प्राप्त होता है यदि हमारे जीवन में प्रकाश न हो तो हमारा जीवन अन्धकारमय होगा. प्रकाश दो प्रकार के होते है पहला बाहरी प्रकाश और दूसरा आंतरिक प्रकाश, बाहरी प्रकाश वह प्रकाश है जो हमें सूर्य चन्द्रमा बिजली या अन्य किसी माध्यम से प्राप्त होता है और आंतरिक प्रकाश वह प्रकाश है जो हमारे भीतर होता है तथा वह हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है जिसे हम अपने शरीर का तेज भी कह सकते है.
बाहरी प्रकाश तो आपको प्रकृति अथवा मानव निर्मित वस्तुओ से प्राप्त हो जाता है और आप इसे आसानी से प्राप्त भी कर लेते है किन्तु आंतरिक प्रकाश के लिए आपको उपाए अपनाने पड़ते है जिससे की आपकी काया तेजस्वी होती है तो आज हम आपको इसी विषय में बताते है जिसको करने से आपकी काया और आपका मुख मंडल प्रकाशमान हो जायेगा.
नशीले पदार्थ का सेवन न करे
आपको अपने शरीर को तेजस्वी बनाने के लिए सबसे पहले अपने शरीर को उर्जावान बनाना होगा जिसके लिए आपको नशीले पदार्थ का सेवन करना बंद करना होगा और नियमित व्यायाम करना होगा जिससे आपका शरीर स्वस्थ तथा निरोगी होगा तथा आपके शरीर में ऊर्जा का विकाश होगा.
नियमित रूप से करे योग साधना
योग का सम्बन्ध देवी देवताओ से सम्बंधित है यह एक प्रकार की विद्या है जिसे साधने से व्यक्ति अपनी इन्द्रियों को जाग्रत कर सकता है योग साधना करने से हमारे शरीर की आंतरिक ऊर्जा का विकाश होता है तथा हमारे ज्ञान में वृद्धि होती है योग साधना करने से हमारे भीतर का प्रकाश इतना बढ़ जाता है की हमारी काया तेजस्वी हो जाती है.
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