नई दिल्ली : आम तौर पर संसद के दोनों सदनों में सदस्यों द्वारा गलत शब्दों का प्रयोग किया जाता है .इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू जहां बार बार सांसदों से आपस में बातचीत न करने के लिए कहते रहे वहीं नायडू ने संभल कर बोलने की भी सलाह दी.
उल्लेखनीय है कि सदन की कार्यवाही शुरू हुई और मंत्रियों ने पेपर पटल पर रखना शुरू किये तब नायडू ने एक बार फिर सभी मंत्रियों से कहा कि जब भी वह लिस्टेड ऑफिशल पेपर सदन के पटल पर रखें तो बेग (beg) शब्द का इस्तेमाल न करें. सीधे कहें कि मैं पेपर सदन के पटल पर रख रहा हूँ .
बता दें कि जब शून्य काल शुरू हुआ तो बीजेपी सांसद श्वेत मलिक ने साइबर क्राइम पर बात खत्म की तो किसी सांसद ने उन्हें समर्थन करते हुए कहा कि हम इसका मुंह तोड़ जवाब देंगे. जिस पर सभापति नायडू ने कहा 'सही तरह से जवाब देंगे, मुंह तोड़ने की जरूरत नहीं है. प्लीज, इस तरह की शब्दावली का इस्तेमाल न हो तो अच्छा है. स्मरण रहे कि जब मंत्री दस्तावेज पटल पर रखते हैं तो परंपरा के अनुसार, अनुमति मांगते हुए बेग शब्द का इस्तेमाल करते हैं. इसे सभापति ने गलत मानते हुए कहा कि इस शब्द का इस्तेमाल न करें.
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