जीवन में संपन्नता के लिए अंग्रेजी जरूरी नहीं: उपराष्ट्रपति
जीवन में संपन्नता के लिए अंग्रेजी जरूरी नहीं: उपराष्ट्रपति
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जिस प्रकार मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री दीपक ने बच्चों की बेहतर पढाई के लिए कहा है कि, 12वीं तक के बच्चों को मोबाइल से दूर रखना चाहिए. वही आज देश के उपराष्ट्रपति ने भी शिक्षा को लेकर मातृ भाषा के सम्बन्ध में अपना बयान दिया. उप राष्ट्रपति वैकेंया नायडू ने कहा कि, शिक्षको को विद्यालय में बच्चों को उनकी मातृ भाषा में शिक्षा दी जानी चाहिए ताकि वे भाषा की अहमियत से पूरी तरह से वाकिफ हो सकें. 

उपराष्ट्रपति ने उक्त बात विश्व तेलुगू सम्मेलन 2017 के उद्घाटन भाषण में कही. इस दौरान उन्होंने तेलंगाना निवासी पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के तेलुगू साहित्यिक कार्यों की भी जमकर सराहना की. नायडू ने आगे कहा कि, बचपन से ही तेलुगू भाषा पर बहुत जोर दिया जाना चाहिए. बच्चों को तेलुगू भाषा की सुंदरता के बारे में पूरी शिक्षा देनी चाहिए. दूसरी भाषाएं सीखने में कुछ भी गलत नहीं है. लेकिन हमें अपनी मातृ भाषा का भी इस्तेमाल कतई नहीं भूलना चाहिए. 

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आगे कहा कि, अंग्रेज देश छोड़कर चले गए लेकिन लोग अभी भी अंग्रेजी को प्राथमिकता दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि जीवन में संपन्नता हासिल करने के लिए अंग्रेजी शिक्षा को जरूरी मानना गलतफहमी है. 

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