शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करती हुई एक और घटना हुई पलवल के ब्लॉक होडल के गांव लहरपुर में, जहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल ने एक दसवीं की छात्रा से छेड़छाड़ की, उसे जबरदस्ती कमरे में बंद कर डांस कराया और अश्लील हरकतें की. छात्रा ने जब विरोध किया तो प्रिंसिपल ने उसे स्कूल से निकालने और परीक्षा में फेल करने की धमकी भी दी. बाद में जब छात्रा ने शोर मचाया तो छात्र और ग्रामीण एकत्र हो गए और सबने मिलकर प्रिंसिपल को जूतों और चप्पलों से जमकर पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया.
लेकिन पीड़िता को न्याय दिलवाने के बजाय क्षेत्र के कई गांवों के लोगों के साथ हसनपुर के सरपंच ठाणे में गए और मामले को सामजिकता से निपटाने के लिए पुलिस पर दबाव बनाया. उन्होंने थाने में ही प्रिंसिपल को पांच जूते मारने की सज़ा दी और पीड़िता के साथ परिजनों से राजीनामा लिखवाकर आरोपी को छोड़ दिया. पीड़ित छात्रा और उसके परिजनों का आरोप है कि राजीनामा लिखने के लिए उनपर दबाव बनाया गया था.
पीड़िता का आरोप है कि प्रिंसिपल पहले भी फेल करने और स्कूल से निकालने की धमकी देकर अश्लील हरकतें करता आया है. पीड़िता के परिजनों ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है. परिजनों ने इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों व मुख्यमंत्री से मिलने की बात भी काही है. उन्होंने कहा कि आज सरकारी स्कूलों में भी उनकी बेटियां सुरक्षित नहीं है, तो वह अपनी बेटियों को कहां पर पढ़ाएँ.