मणिशंकर अय्यर का ये बयान जिसमे उन्होंने कहा 'अंबेडकर जी की सबसे बड़ी ख्वाहिश को साकार किया जवाहर लाल नेहरू ने. इस परिवार के बारे में ऐसी गंदी बात कहीं, जबकि अंबेडकर जी की याद में एक इमातर का उद्घाटन हो रहा है यहां. मुझे लगता है ये आदमी बहुत 'नीच' किस्म का है. इसमें कोई सभ्यता नहीं है. ऐसे मौके पर ऐसी गंदी राजनीति की क्या आवश्यकता है.' इसके बाद क्या था विवादों का वो दौर चला जो शायद रुकने का नाम ही न लेता.
इसी बीच मणिशंकर अय्यर को सफाई देनी पड़ी. मणिशंकर अय्यर ने कहा, 'हां मैंने अंग्रेजी में 'नीच' कहा था. अगर इसका मतलब हिंदी में ऐसा होता है तो मैं माफी मांगता हूं. मैं अच्छे से हिंदी नहीं जानता. मैंने एक शब्द का इस्तेमाल किया जिसके कई मायने निकलते हैं. जो मायना मोदी जी निकाल रहे हैं उससे मेरा कोई सरोकार नहीं है.'
इसके बाद में राहुल गाँधी ने कहा कि 'हमारी पार्टी इस तरह की भाषा शैली का समर्थन नहीं करती. कांग्रेस को सभ्यता विरासत में मिली है, जिसका हर एक कांग्रेसी हिस्सा है. मैं और पार्टी दोनों चाहते है कि, वाकये के लिए माफ़ी मांगी जाये'. राहुल गांधी ने भी अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि 'बीजेपी और प्रधानमंत्री लगातार कांग्रेस पर हमला करने के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल करते हैं.
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