गुआम। अमेरिका जैसे शक्तिशाली और विकसित देश की लाईफ स्टाईल से लगभग हर व्यक्ति आकर्षित होता होगा। मगर एक ऐसा क्षेत्र है जो अमेरिका का है मगर इसके बाद भी यह क्षेत्र अमेरिका से लगभग अलग होकर रह गया है मगर इसके बाद भी यह अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र है अमेरीकी द्वीप गुआम। गुआम उत्तर कोरिया के निशाने पर है और वह धकी दे चुका है कि अमेरिकी द्वीप पर वह मिसाइ्रल से हमल कर सकता है।
मगर इसके बाद विश्वभर के लोगों का ध्यान इस ओर गया है। इस मामले में जानकारी सामने आई है कि गुआम के दक्षिण क्षेत्र में पहाड़ी के नीचे अमेरिका का सैन्य साजोसामान और गोला बारूद रखा गया हैं यह इतना अधिक है कि अमेरिका कई सप्ताहों तक युद्ध लड़ सकता है। दूसरी ओर यह इतना अधिक है जितना पहले कभी नहीं रखा गया। उत्तर कोरिया के दक्षिण कोरिया पर हमला करने के हालात में यहां का एयरबेस सक्षम है।
अमेरीका के बी 1 बमवर्षक विमान यहाॅं पर तैनात हैं। जानकारी सामने आई है कि इस क्षे में बीबीसी के रिपोर्टर रूपर्ट विंगफील्ड हेज पहुॅंचे और उन्होंने उत्तर कोरिया व अमेरिका के तनाव को समझते हुए अमेरिका की सैन्य तैयारी को लेकर यह जानकारी प्रसारित की है। जिस तरह की रिपोर्ट विभिन्न माध्यमों से सामने आई है उससे पता चलता है कि गुआम के पश्चिमकी तट पर सैन्य क्षेत्र है।
यहाॅं पर पनडुब्बियाॅं रखी गई हैं। इन पनडुब्ब्यिों से परमाणु हमला तक किया जा सकता है। गवर्नर काल्वो अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के उनके साथ होने की बात कहते हैं। अमेरीकी द्वीप होनोलुलु में समय एक वार पीछे चलता है मसलन यदि यहाॅं पर सोमवार हो तो होनोलुलु में रविवार ही होगा। यहां पर अमेरिकी तो ठीक है मगर ओसाका, सियोल, टोक्यो, सियोल व बुसान आदि से आए परिजन रहते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार गुआम के लोग एक स्वशासी उपनिवेश के तौर पर खुद को जाने जाने से अलग इसे अमेरिकी राज्य या एक स्वतंत्र देश बनाने पर जोर देते हैं। यहाॅं के लोग अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में भागीदारी नहीं कर सकते हैं। गुआम के असली बाशिंदों को चमोरो कहा जाता है और इनके पूर्वज चार हजार साल पहले गुआम आए थे। ये लोग अमेरिकी पहचान को लेकर संघर्षरत हैं। गुआम की स्वाधीनता के लिए संघर्ष करने वालों ने यहाॅं पर शांति व गुआम के ध्वज फहराए। हालांकि यह क्षेत्र मिसिसिपी से भी अधिक गरीबों वाला क्षेत्र है।