खजुराहो। समाजसेवी अन्ना हजारे भारतीय जनता पार्टी की नीतियों से नाराज हैं। वे मध्यप्रदेश के खजुराहो में 2 दिवसीय राष्ट्रीय सूखा मुक्त जल सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे हैं। सम्मेलन का आयोजन जल पुरूष राजेंद्र सिंह ने किया। इस दौरान अन्ना हजारे ने कहा कि, केंद्र सरकार में लोकपाल बिल में जो संशोधन किया गया था वह उचित नहीं था। यदि, लोकपाल बिल को लेकर अमल किया जाता तो फिर देश में व्याप्त भ्रष्टाचार समाप्त हो गया होता।
अब वे इसे लेकर आंदोलन करेंगे। इसके लिए वे 31 मार्च से दिल्ली में आंदोलनरत रहेंगे। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के मस्तिष्क पटल पर तो उद्योगपति छाए हुए हैं। जब कि किसान नहीं छाऐंगे, तब तक देश का भविष्य नहीं बनेगा।
हालात ये हैं कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात तो करते हैं मगर 3 वर्ष में किसान हित की बात नहीं की है। देश में न तो महंगाई कम हुई है और न ही भ्रष्टाचार हालात वैसे के वैसे ही हैं। जनलोकपाल बिल को लेकर भी काम नहीं हुआ है। किसान कर्ज माफी पर बात करने के लिए, किसी के पास समय नहीं है लेकिन उद्योपतियों का कर्जा बहुत जल्दी माफ कर दिया जाता है।
यह अनोखा मंदिर जो बताता है कि बारिस कब होने वाली है?
भल्लालदेव बनेंगे इस हाथी के साथी
खुद का ही पॉप म्यूजिक नहीं पसंद करती ये सिंगर