कई महिलाएं ऐसी होती है जिन्हें गर्भधारण करने में समस्या होती है या वह देरी से गर्भधारण कर पाती है. आज के समय में महिलाओं को प्रजनन संबंधी परेशानियां अधिक होने लगी है. मॉडर्न लाइफस्टाइल और टेंशन के कारण महिलाओं को कई बीमारियां हो जाती है जो उन्हें मां बनने में रुकावट डालता है.
आज की स्थिति में पुरुषो के स्पर्म में गिरावट आई है. यूटेरस सर्विक्स योनि और यूटेरस के बीच एक मार्ग का काम करती है. यदि सर्विक्स में कोई परेशानी है तब अंडाणुओं का प्रजनन भी रुक जाता है. यदि पीएच स्तर अधिक या कम होना, अंडाणुओं के प्रजनन में समस्या खड़ी करता है. यूटेरस फाइब्राइड, फैलोपियन ट्यूब संबंधित कोई समस्या, इंफेक्शन, एंडोमेट्रियोसिस, पॉलिप्स और प्रजनन संबंधित समस्याओं के चलते गर्भधारण करने में देरी होती है.
35 की उम्र के बाद भी महिलाएं गर्भधारण नहीं कर पाती है. पतली महिलाओं को भी गर्भधारण करने में समस्या आती है. यौन राग जैसे गोनोरिया, क्लेमिडिया और पेल्विक इंफ्लामेट्री रोग के कारण भी महिलाएं गर्भधारण नहीं कर पाती हैं.
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