पटना। । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को रांची की विशेष सीबीआई कोर्ट में शनिवार को पेश होना था। वे शनिवार को न्यायालय में पेश हुए। ऐसे में न्यायालय ने चारा घोटाले के मामले में उन्हें दोषी करार दिया। हालांकि इस मामले में अभी सजा का ऐलान नहीं हुआ है। मामले की अगली सुनवाई 3 जनवरी को होगी। मगर खुद को दोषी करार दिए जाने से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव आहत हैं।
उल्लेखनीय है कि चारा घोटाले के तहत वर्ष 1990 से 1994 के बीच देवघर कोषागार से पशु चारे के नाम पर अवैध ढंग से 89 लाख,27 हजार रुपये निकालने का आरोप लालू प्रसाद यादव पर लगाया गया है। इस दौरान लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे। उन पर देवघर कोषागार से असंगत तरह से धन निकालने का आरोप इस मामले के तहत लगाया गया था। जिसमें उन्हें दोषी करार दिया गया।
उन्होंने ट्वीटर पर ट्वीट कर इस फैसले का विरोध किया था वहीं उनके पुत्र और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि घोटाले की रकम के आधार पर इस पूरे मसले को राजनीतिक द्वेष की भावना से की गई कार्रवाई कहा गया है। तेजस्वी यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, लालू जी के पास एक रूपया भी नहीं मिला। वर्षों से उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थीं मगर इन कार्रवाईयों छापों में आय से अधिक संपत्ती नहीं मिली।
हालांकि हमारे उपर आय से अधिक संपत्ती का मामला दर्ज किया गया मगर वह हम जीत गए। उन्होंने कहा कि जब लालू यादव के खिलाफ 45 लाख के डीए को लेकर आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज किया गया तो उसे भी हम जीत गए। उन्होंने कहा कि जब हम पहले से ही सत्ता में थे तो ऐसा क्यों करेंगे। हमने इस तरह का भ्रष्टाचार नहीं किया है।
बिहार भाग्यशाली है की गुरुगोबिंद सिंह का जन्म यहाँ हुआ -नीतीश कुमार
मजेंटा लाइन के उद्घाटन पर केजरीवाल रहेंगे नदारद
चारा घोटाला : लालू यादव दोषी करार, 3 जनवरी को होगा सजा का ऐलान