गोरखपुर। उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में करीब 48 घंटे में लगभग 24 बच्चे मारे गए हैं। बच्चों की मौत को लेकर पहले ही राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंभीरता बरतने की बात करते रहे हैं। इस मामले में उन्होंने केंद्रीय स्तर पर सुविधाऐं जुटाने की बात कही थी। चिकित्सालय में स्टाफ को बच्चों की मौत रोकने को लेकर उपयुक्त व्यवस्थाऐं किए जाने के काम में लगाया गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार मेडिकल काॅलेज में जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर,सात मेडिकल अफसर और एक प्रोफेसर अपनी सेवाऐं देने में लगे हैं।
मगर बावजूद इसके मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा था कि गोरखपुर में एक सुव्यवस्थित मेडिकल काॅलेज का सृजन किया जाएगा। गौरतलब है कि 4 सितंबर को चिकित्सालय में 15 बच्चे मारे गए थे। उनका कहना था कि मेडिकल काॅलेज में इस वर्ष मरने वाले विद्यार्थियों की तादाद बढ़ गई इस दौरान मरने वालों की कुल संख्या 1341 हो गई। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल महाविद्यालय में बच्चों की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा हैै।
मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. पीके सिंह ने कहा कि कुछ वार्डस में 3 सितंबर को करीब 9 बच्चे मारे गए। दूसरी ओर 4 सितंबर को 15 विद्यार्थियों की मौत हो गई। इस तरह की मौत से मेडिकल महाविद्यालय में इस वर्ष मारे जाने वाले विद्यार्थियों की तादाद बढ़कर 1341 तक पहुॅंच गई। हालांकि महाविद्यालय में उच्चस्तर के चिकित्सक मौजूद हैं और बताया जा रहा है कि वे प्रयास कर रहे हैं कि बच्चों की मौतों का सिलसिला थम जाए। मगर इन मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
गौरतलब है कि यहाॅं पर 10 अगस्त को भी कथित तौर पर इन्सेफलाइटिस रोग से लगभग 30 बच्चे मारे गए थे। बच्चों की मौत को लेकर कहा गया था कि आॅक्सीजन की कमी के चलते इस तरह की मौतें हुई थीं लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे नकार दिया। इसके बाद 4 सितंबर को फिर केजुलीटी हुई और 15 बच्चे मारे गए। मगर अब बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़ गया।
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