लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत, विभिन्न नेताओं पर प्रकरण दर्ज कर वापस लेने का निर्णय लिया गया। इस मामले में राज्य के राज्यपाल राम नाईक ने अपनी अनुमति दी। सरकार द्वारा, इस मामले में आदेश जारी किए गए। विधानसभा में यूपीकोका बिल को लेकर भी चर्चा की गई। बहस के दौरान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि, जनप्रतिनिधियों समेत राजनीतिक लोगों के विरूद्ध राजनीतिक प्रकरण दर्ज किए जाते हैं।
कई प्रकरण ऐसे होते हैं, जिनके दर्ज होने की जानकारी तब मिलती है जब वारंट जारी होता है। हालांकि राज्य सरकार ऐसे 20 हजार मुकदमों को समाप्त करने जा रही है। जिनमें गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। हालांकि, राज्यपाल की अनुमति मिलने के बाद सरकार की ओर से प्रदेशभर के कलेक्टर्स को आवश्यक निर्देश दिए गए। जिसमें कहा गया है कि, इन नेताओं के विरूद्ध जो प्रकरण दर्ज हैं उन्हें वापस लेने की कार्रवाई प्रारंभ कर दी जाए।
गौरतलब है कि गोरखपुर में वर्ष 1995 में लगाई गई धारा 144 का उल्लंघन कर यात्रा निकाले जाने को लेकर गोरखपुर के पीपीगंज थाने में योगी आदित्यनाथ, राकेश सिंह पहलवानए कुंवर नरेंद्र सिंहए समीर कुमार सिंहए शिवप्रताप शुक्लाए विश्वकर्मा द्विवेदीए शीतल पांडेय सहित 13 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया था। मगर अब इस मामले को वापस लिया जा रहा है।
सरकार ने वापस लिया सीएम योगी पर लगा प्रकरण
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