नोएडा के बहुचर्चित आरुषि मर्डर केस में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का फैसला किया है.आरुषि -हेमराज हत्याकांड में गत 12 अक्टूबर को इलाहबाद हाईकोर्ट ने तलवार दंपति को उनकी 14 साल की बेटी और नौकर हेमराज की हत्या के आरोपों से बरी कर दिया था. बता दें कि यह घटना तलवार दम्पति के घर नोएडा के जलवायु विहार में 16 मई 2008 को हुई थी.
उल्लेखनीय है कि इस मामले में सबसे पहले 25 नवंबर 2013 को गाजियाबाद की विशेष सीबीआई कोर्ट ने हालात से जुड़े सबूतों के आधार पर दोनों को उम्रकैद की सज़ा सुनाई थी.जिसके खिलाफ तलवार दम्पति ने जनवरी 2014 में इलाहाबाद हाईकोर्ट अपील की थी.लेकिन इस साल 12 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तलवार दंपत्ति को इस मामले में दोनों को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया इस फैसले के साथ देश की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री अनसुलझी ही रह गई.
यही नहीं इस आरुषि- हेमराज हत्याकांड मामले में हेमराज की पत्नी खुमकला बंजाडे ने भी देश की शीर्ष अदालत से इंसाफ माँगा है . उसने सुप्रीम कोर्ट में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ याचिका दाखिल कर अपने पति के हत्यारों का पता लगाने के लिए गुहार लगाई है. लगता है इन सब बातों को देखते हुए सीबीआई ने आरुषि- हेमराज हत्याकांड मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का फैसला किया है. सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार ये महीना खत्म होने से पहले एजेंसी हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी.
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