एटा. जिस रात को सब निर्भया उर्फ ज्योति सिंह के साथ हुई दरिंदगी को याद कर रहे थे उसी रात एक और ज्योति के साथ फिर दरिंदगी की कोशिश के बाद हत्या कर दी गई. उत्तर प्रदेश के एटा जनपद के मलावन क्षेत्र के एक गांव में 16 दिसंबर को चार साल की मासूम बच्ची की हत्या के बाद उसका निर्वस्त्र शव खेत में फेंक दिया गया था. उसका हत्यारा उसी का चचेरा भाई निकला. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
इंस्पेक्टर सु्मेर सिंह ने बताया कि मलावन क्षेत्र के ग्राम अंबरपुर निवासी चार वर्षीय ज्योति उर्फ बचकुनिया, पिता गोपीचंद्र अपने घर से खेलने के लिए 16 दिसंबर को बाहर गई. अगले दिन उसका निर्वस्त्र शव घर के सामने खेत में मिला था. इस मामले में पुलिस ने 22 दिसंबर को मृतका के चचेरे भाई को कस्बा मलावन में मंदिर के समीप से पकड़ा. सख्ती से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि अपने नापाक इरादों में नाकाम रहने पर उसने बालिका का गला घोंटकर मार डाला, फिर शव को घर में ही छिपा दिया. जब परिजन बच्ची को खोजने लगे, तो वह भी उन लोगों के साथ उसकी तलाश में जुट गया.
आरोपी दरिंदे ने बताया कि रात को मौका देखकर उसने बच्ची के शव को मकान के सामने नगला सरसों के खेत में फेंक दिया था. बच्ची के कपड़े वह शव के ऊपर ही फेंक आया था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
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