देश की राजधानी दिल्ली के ह्रदय स्थल कनाट प्लेस में ऑफिस होने की इच्छा हर व्यवसायी की होती है, लेकिन यहां महंगाई इतनी है कि व्यक्ति मन मसोस कर रह जाता है. दरअसल दिल्ली के कनाट प्लेस राजधानी के बीच में होने के कारण सुविधाजनक होने और जगह की कमी के कारण यहां किराया बहुत ज्यादा महंगा है.
आपको यह जानकर हैरत होगी कि ऑफिस की जगह किराये पर लेने के मामले में देश की राजधानी दिल्ली विश्व का सातवां सबसे महंगा शहर बन गया है.एक रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार विश्व का सबसे महंगा ऑफिस स्पेस हांगकांग में है. उसके बाद लंदन, न्यूयॉर्क, बीजिंग, टोक्यो, शंघाई, दिल्ली और सैनफ्रांसिस्को का नंबर आता है. दिल्ली ने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को भी पीछे छोड़ दिया है.
बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनॉटप्लेस में देश के अंदर दूसरा और विश्व में चौथा सबसे ज्यादा महंगा किराया है. इसलिए यहां ऑफिस बनाने की तमन्ना तो हर कोई रखते हैं , लेकिन सबकी इच्छा पूरी नहीं होती. कनाट प्लेस के प्रति व्यवसायियों का आकर्षण का प्रमुख कारण इसके पूरी दिल्ली के बीचोंबीच में स्थित होने के साथ ही मेट्रो की सुविधा भी अच्छी है.यहां ऑफिस के लिए जगह की कमी होने का प्रमुख कारण इस इलाके में विस्तार का असम्भव होना है.
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