जमशेदपुर। कई बार आपको अपने घर में आने वाले बिजली बिल का अधिक चार्ज देना पड़ता होगा या फिर कई बार आपके बिल में अपेक्षाकृत अधिक राशि के भुगतान का विवरण दिया जाता होगा। यह बिल अपेक्षाकृत अधिक राशि का होता है। मगर इस पर आप क्या कहेंगे जब किसी व्यक्ति को 38 अरब रूपए का बिल थमा दिया जाए और वह भी तब जब उसके घर में दो कमरे हों जिसमें दो बल्ब, एक टेलीविजन,फ्रीज व पंखे चलाए जाते हों।
ऐसी ही लापरवाही सामने आई है झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड की। इस बोर्ड ने बागुनहातु के गरीब परिवार के बिजली बिल में 38.39 अरब रूपए जोड़े हैं। अब पीड़ित केके गुहार परेशान हैं और 38.39 अरब रूपए के बिजली बिल को पाने के बाद विभाग में संशोधन करवाने के लिए जाने की तैयारी कर रहे हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 38 अरब के बिल में ड्यूटी चार्ज 23 अरब बता दिया गया है। महत्वपूर्ण यह है कि विद्युत बिल के भुगतान हेतु अंतिम तारीख 25 अगस्त दी गई है। केके गुहा टाटा स्टील से सेवानिवृत्त हैं। उनके घर में विद्युत की अधिक खपत नहीं होती। घर में 1 हजार वाॅट का लोड है मगर इसके बाद भी इतनी अधिक राशि का बिल मिलने से वे आश्चर्यचकित हैं।
हालांकि यह बात सामने आई है कि बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार 45 हजार उपभोक्ताओं के बिल में गड़बड़ी हुई है। इसके बावजूद बोर्ड की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बोर्ड के दफ्तर में दर्जनों लोग बिल में सुधार के लिए चक्कर लगा रहे हैं। अफसर बिल में सुधार का केवल आश्वासन दे रहे हैं। विभाग द्वारा कहा गया है कि जल्द ही स्पाॅट बिलिंग प्रक्रिया पर विभाग कार्य करेगा जिससे लोगों को मुश्किल नहीं होगी।
फुल चार्ज के बाद 15 किलोमीटर चलने में सक्षम SERPENT-W इलैक्ट्रिक स्केटबोर्ड
45 मिनट के चार्जिंग करने के बाद 40 किलोमीटर की दुरी करने में सक्षम UNO BOLT E-UNICYCLE
टाटा जल्द ही ला रही है 'नैनो' और 'टियागो' के इलेक्ट्रिक वर्जन
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