साहिबाबाद। गजेंद्र भाटी उर्फ गज्जी की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस जाॅंच में जुटी है। मिली जानकारी के अनुसार गजेंद्र भाटी को मोबाईल पर फोन कर जानकारी दी गई। जिसमें कहा गया कि शनि बाजार में मंदिर के सामने कथित तौर पर माॅंस का टुकड़ा फैंक दिया गया था। जब पुलिस को जानकारी मिली तो वहाॅं इस तरह का कोई पदार्थ नहीं मिला। वहाॅं लोगों का हुजूम लग गया। ऐसे में गजेंद्र भाटी वहाॅं से मंडल अध्यक्ष बलवीर सिंह की मोटरसाइकिल से कार्यालय चले गए।
उनके पीछे उनका वाहन चालक स्काॅर्पियों लेकर चला गया। उनके आगे दो समर्थक मोटरसाइकिल से चले गए। कार्यालय से लगभग 100 मीटर पूर्व ही दोनों बदमाशों ने पिस्टल से गोलियाॅं दाग कर गज्जी की हत्या कर दी। अब पुलिस इस मामले की जाॅंच में जुटी है। घटनास्थल से पुलिस ने प्रारंभिक जाॅंच के दौरान 9 एमएम के कारतूस के दो खोल बरामद किए।
पुलिस का कहना है कि हत्या भीड़ भरे क्षेत्र में हुई। कारण उन्हें पता था कि गज्जी के साथ भी अत्याधुनिक असलहों से लैस लोग चलते हैं। ऐसे में यदि मुठभेड़ हुई तो उनकी भी जान जा सकती है। बदमाशों के भागने के लगभग 10 मिनट बाद थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस फोरेंसिक साक्ष्य तलाश रही है तो दूसरी ओर सीसीटीवी फुटेज तक खंगाले जा रहे हैं। पुलिस जाॅंच में जुटी है।
बिहार पुलिस का एक और अमानवीय कृत्य, सिपाही सस्पेंड