अन्ना आंदोलन से उपजी नई राजनितिक पार्टी आप ने जहां दिल्ली को प्रचंड मतों से जीत लिया .वहीँ अपनी पैठ बढ़ा ने के लिए अन्य राज्यों में भी हाथ आजमाए. पर वहां पर भी उनको जीत का सुवाद चखने को नहीं मिला. लेकिन इस बार तो उन्होंने हद ही कर दी . और वह मोदी को चुनौती देने के लिए उनके गढ़ में पहुंच गए .पर वहां भी उनको हार का मुँह देखना पड़ा. जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि हमारी इतनी बुरी दूर गति होगी.
आपको बता दें कि आप ने ऊंझा सीट पर रमेशभाई पटेल को चुनाव लड़वाया था लेकिन वह सफल नहीं हो पाए. वे 8वें नंबर पर रहे और 400 वोट का आंकड़ा भी नहीं छू पाए. इसी तरह बापूनगर सीट पर आम आदमी पार्टी ने अनिल वर्मा को टिकट दिया था. यहां उनके सामने भाजपा के जगरूप सिंह राजपूत और कांग्रेस के हिम्मत सिंह पटेल थे. बापूनगर सीट पर भी आप का प्रदर्शन उत्साहवर्धक नहीं रहा. वह सिर्फ 1167 वोटों पर सिमट गए.
इसी तरह गोंडल विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पर आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी निमिषा बेन धीरजलाल को महज 2179 वोट ही मिल पाए जबकि इस सीट पर जीत दर्ज करने वाले भाजपा उम्मीदवार को 70 हजार से ज्यादा वोट मिले. इसी तरह अगर बाकी विधानसभा सीटों पर नजर डालें तो लाठी विधानसभा सीट पर एम.डी. मांजरिया को 797 वोट मिले तो, वहीं छोटा उदयपुर में आप के अर्जुनभाई वेरसिंगभाई राठवा के पक्ष में सिर्फ 4515 वोट पड़े.
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