नई दिल्ली : यह केवल भारतीयों के ही संस्कार हैं, कि दुश्मनी का भाव रखने वाले के प्रति भी उदारता का भाव रखते हैं. ऐसा ही एक मामला पाकिस्तान के एक नाबालिग का सामने आया है, जिसे गत मई माह में बीएसएफ ने सीमा से हिरासत में लिया था. अब भारत उस 12 साल के बच्चे के माता-पिता को वीजा देने के लिए तैयार है जिसे पाकिस्तान का बताया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि हमारे देश की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कई मौकों पर अपने सहयोग द्वारा विदेश में मुसीबत में फंसे लोगों को मदद पहुंचाई है. सुषमा स्वराज ने घोषणा की कि भारत उस 12 साल के बच्चे के माता-पिता को वीजा देने के लिए तैयार है, जिसके बारे में माना जा रहा है कि वह पाकिस्तान का है. ट्वीट की एक श्रृंखला में विदेश मंत्री ने कहा कि भारत, पाकिस्तान द्वारा लड़के की नागरिकता की पुष्टि का इंतजार कर रहा है.
दरअसल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का ध्यान पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार की एक प्रतिक्रिया ने खींचा था. जिसमें तरार ने कहा था कि पाकिस्तान के सियालकोट के पासुर क्षेत्र से हम्माद हसन कुछ महीने पहले लापता हुआ है.हालाँकि विदेश मंत्री की जानकारी अनुसार मास्टर हम्माद हसन 2013 से लापता है और यह नाबालिग हमारे पास साल 2017 से है.सुषमा ने कहा कि अगर लड़के के माता-पिता को लगता है कि वह उनका बेटा है, तो भारत उन्हें वीजा देने के लिए तैयार है. वह भारत आकर बच्चे से मिल सकते हैं.अब पाकिस्तान के ज़वाब का इन्तजार है.
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