मुंबई। मुंबई हमले के मास्टरमाईंड और मोस्टवांटेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल आतंकी हाफिज़ सईद को लेकर अब मौलवियों ने विरोध जताया है। दरअसल भारत के करीब एक हजार इमाम व मौलवी ऐसे हैं जिन्होंने यूनाइटेड नेशंस को पत्र भेजकर जमात उद दावा के प्रमुख और आतंकी हाफिज सईद को लेकर कार्रवाई की मांग की है। इन लोगों ने हाफिज़ की निंदा करते हुए कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद का विरोध करने की बात करता है तो दूसरी ओर आतंकवाद को समर्थन भी दे रहा है उसे भड़का रहा है।
ऐसे कई आतंकी संगठन हैं जिनकी मदद पाकिस्तान कर रहा है इन संगठनों में आईएसआईएस, जमात उद दावा, लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, सिपह ए सहाबा आदि आतंकी गुट तालिबान की सहायता कर रहे हैं। एनजीओ इस्लामिक डिफेंस साइबर सेल के सिटी हेड अब्दुर रहमान अंजरिया ने बताया है कि मदरसा दारुल उलूम अली हसन अहले सुन्नत ने हाफिज सईद और पाकिस्तान के आतंकी रूख का विरोध करते हुए एक रिजोल्युशन पास किया है।
इस रिजोल्युशन को यूनाइटेड नेशंस ययूएनद्ध सिक्युरिटी काउंसिल की काउंटर.टेररिज्म कमेटी को भेजा गया है। इन लोगों का कहना है कि आतंकी हाफिज मानवता का दुश्मन है। गौरतलब है कि 2015 में भी अंजरिया ने आईएसआईएस के खिलाफ फतवा जारी करने की पहल की थी।
इस पर 1000 मौलवियों ने दस्तखत किए थे। दूसरी ओर पाकिस्तान में हाफिज की नज़रबंदी दो माह के लिए बढ़ा दी गई है। उसके साथ अब्दुल्ला उबैदए मलिक जफर इकबालए अब्दुल रहमान आबिद और काजी काशिफ हुसैन को भी इस तरह की कार्रवाई का सामना करना पड़ा है।
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