लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन में कथित गड़बड़ियों का आरोप लगाने वाली बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नगरीय निकाय चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी होने का आरोप लगाया है। मायावती ने कहा है कि यदि भारतीय जनता पार्टी में ताकत है तो फिर उसे अगला लोकसभा चुनाव, बैलेट पेपर पर लड़कर दिखाना होगा।
यदि उसमें दम है तो वह ऐसा करके दिखाए। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम और राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि बीजेपी ने केवल 16 नगर निगमों में से 14 सीट पर जीत हासिल की है। जबकि नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत में उसे करारी हार मिली है। यहां भाजपा को 450 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती लखनऊ में बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद के निर्वाण के बाद उनके अंतिम दर्शन करने पहुंची थीं। इस दौरान जब उनसे पत्रकारों ने चर्चा की तो उन्होंने निकाय चुनाव में गड़बड़ी की बात कही। उन्होंने कहा कि, यदि चुनाव बैलेट पेपर पर हों तो फिर भाजपा जीत नहीं पाएगी। उन्होंने पार्टी के प्रदर्शन पर कहा कि, खुशी की बात है कि, इन चुनावों में दलितों के साथ शहरों में ओबीसी, सवर्णों और मुसलमानों का भी वोट हमें बड़े पैमाने पर मिला है।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि, इस चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया। ईमानदारी से चुनाव होता तो हमारे और मेयर बनते। बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव ईवीएम की बजाय बैलट पेपर से करवाकर देखे। उनकी कलई खुल जाएगी। उल्लेखनीय है कि,नगरीय निकाय में प्रत्याशी के तौर पर शामिल शबाना नामक महिला ने भी ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। इस तरह के आरोपों के बाद चुनाव आयोग के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया था।
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