लखनऊ : भारतीय रेल विभाग ने अपने कार्य को नाय आयाम दे डाला है और इसके चलते वह सभी की प्रशंसा का भी पात्र बन गया है. भारतीय रेल ने केवल 7 घंटो में एक पुल का निर्माण कर एक नया कारनामा कर दिखाया है. यह पूरा मामला उत्तरप्रदेश का है. वहीँ जहाँ एक ओर ठण्ड और धुंध की वजह से ट्रेने लेट होती थी और जनता रेलवे को इसका जिम्मेदार ठहराती थी, लेकिन रेलवे ने ऐसा कार्य करके सभी का दिल जीत लिया है और अब ट्रेने यहाँ से 100 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ सकेगी.
आपको बता दें कि नजीबाबाद-मुरादाबाद के बीच बुंदकी स्टेशन के पास एक पुल लगभग 100 साल से भी अधिक पुराना था और उसकी हालत खस्ता हो चुकी थी. इसी पर कार्य करते हुए रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने महज़ 7 घंटे में नया ब्रिज तैयार कर दिया जिसकी चारों तरफ तारीफ की जा रही है.
मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल का इस विषय में कहना है कि इस पुराने और जर्जर हो चुके पुल को तोड़ कर रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने महज़ 7 घंटे में इसका निर्माण कार्य पूरा कर दिया. सिंघल ने आगे बताया कि बुंदकी स्टेशन के पास डाउन लाइन का पुल सौ साल से भी अधिक पुराना और जर्जर हो चूका था जिसे रेलवे ने एक दम नया कर दिया है और अभी तक इस पुल से बहुत ही धीमी गति से ट्रेने गुजारी जा रही थी.
आगे उन्होंने कहा कि दोपहर 3.05 बजे तक पुल का ढांचा तैयार करके रख दिया गया था और पूरे 7 घंटे 20 मिनट में (शाम 5.15 बजे) तक लाइने डालने का काम भी पूरा कर दिया गया. इसके बाद जब पूरी तरह से पुल का निर्माण हो गया तो 5 बजकर 40 मिनिट पर देहरादून से इलाहाबाद जाने वाली लिंक एक्सप्रेस को मंद गति से इस पुल से गजारा गया. इसके बाद सभी ट्रेने इस ब्रिज से गुजारी गयी.
फॉग सेफ्टी डिवाइस की मदद से कोहरे में भी तेज दौड़ सकेगी ट्रेनें
रेल टिकट बुकिंग के लिए आधार अनिवार्य नहीं