नईदिल्ली। अक्सर सर्द मौसम में ट्रेन्स लेट हो जाया करती हैं। भारतीय रेलों के अपने गंतव्य तक देरी से पहुंचने के कारण यात्री प्रभावित रहते हैं। ऐसे में बड़े पैमाने पर लोगों को वित्तीय परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में, सरकार महत्वपूर्ण प्रयास करने में लगी रहती है। इस मामले में रेलमंत्री पीयूष गोयल ने जानकारी देते हुए कहा कि, विभिन्न ट्रेन्स में करीब 22 कोचेस लगे होंगे। इस तरह के करीब, 22 कोचेस का प्रबंध किया जाएगा।
हालांकि रेलवे का इंजीनियरिंग विभाग इस सिलसिले में कार्य कर रहा है। गौरतलब है कि, भारतीय रेल में दो प्रकार के कोच रहते हैं। जब ट्रेन लेट हो जाती है तो फिर, संबंधित रूट पर चलने वाली दूसरी रेल सेवा भी प्रभावित होती है और वह भी लेट हो जाती है। रेलवे ने अपनी नई समय सारिणी को लेकर, अध्ययन किया है।
जिसमें मेन लाइन पर करीब 300 ट्रेनें चलाई जाती हैं। इसके पहले फेज़ में विभिन्न रूट्स की पहचान भी की गई है। सर्द मौसम मेें अधिकांश ट्रेनें लेट हो जाया करती हैं। कई बार यात्री बड़ी देर तक रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करते रहते हैं मगर ट्रेन नहीं पहुंचती है। कई बार वातावरण में कोहरा छा जाता है जिसके चलते यात्री ट्रेन्स धीमी गति से अपने गंतव्य तक पहुंचती हैं।
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