अभी हाल ही में सिखों के गुरु, श्री गुरु गोविन्द सिंह जी की 350वीं जयंती के उपलक्ष्य में शुकराना महोत्सव धूम-धाम से मनेगा. जानकारी के लिए बता दें कि अब इसका समापन समारोह 23 दिसंबर से 25 दिसंबर 2017 तक चलेगा. जैसी व्यापक रूप से तैयारी की गयी हैं. हर तरह की व्यवस्था का जायजा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लिया. इससे पहले मनाये गए प्रकाश पर्व में देश के विभिन्न राज्यों के अलावा विदेशों से भी श्रद्धालुओं ने शिरकत की.
इस समारोह में अन्य राज्यों से अतिविशिष्ट अतिथियों का आगमन हुआ और सिर्फ दूसरे राज्यों से ही नहीं बल्कि दूसरे देशों से भी विशिष्ट अतिथियों ने इसमें अपनी-अपनी उपस्तिथि दर्ज़ कराई. इनमे विदेशी मेहमान, माननीय सांसद और विधायक गण भी मौजूद रहे. इसकी सराहना पूरे देश में की गयी. इसमें शामिल होने वाले श्रद्धालु भी व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखे.
इसको देखते हुए अब समापन समारोह की तैयारियां ठीक उसी तरह की गयी हैं और व्यवस्था भी चाक-चौबंद रखी गयी है, ताकि बाहर से आये श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो, और उनकी हर अपेक्षाओं पर खरा उतरा जा सके.
सिख समुदाय के श्रद्धालुओं के लिए पटना साहिब वैसे ही एक एतिहासिक एवं महत्वपूर्ण धर्म स्थली है, जिसके चलते सिखों के 10वें एवं अंतिम गुरु श्री गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज की जन्मस्थली पटना सिटी में सालों भर सिख श्रद्धालु गुरुद्वारों में मत्था टेकने एवं दर्शन को आते रहते हैं. 350वीं के रूप में मनाया गया प्रकाश पर्व अपने आप में ही एक विशेष महत्त्व रखता है इसी वजह से इस समारोह की तैयारियां भी पूरी शिद्दत के साथ की गयी थीं. पटना शहर एवं आस-पास के क्षेत्र में स्थापित प्रमुख गुरुद्वारों जैसे - तख्त श्री हरमंदिर जी साहब, बाल लीला गुरुद्वारा, गुरु का बाग़, कंगन घाट गुरुद्वारा, सोनार टोली पादरी की हवेली के पास, गाय घाट गुरुद्वारा, हांडी साहब का गुरुद्वारा आदि जगहों पर समारोह की धूम रही और सारी व्यवस्थाएं भी यहीं संपन्न रहीं. इनमें से तख्त श्री हरमंदिर जी साहिब सिख जगत के कुल 5 तख्त / अधिकारिता केन्द्रों में से एक है.
धूम-धाम से मनाये गए इस पर्व की सारी व्यवस्थाएं खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी निगरानी में करवाई. अब होने वाले समापन समारोह की तैयारियों के लिए भी मुख्यमंत्री मुस्तैद नज़र आये. सारी व्यवस्थाओं का जायजा खुद नीतीश कुमार ने लिया. आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए आवास की सुविधा को देखते हुए टेंट सिटी का निर्माण भी किया गया था, जिसमे बाईपास थाना के पास बने टेंट सिटी में तकरीबन 35,000 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गयी है. बाल लीला गुरुद्वारा की ओर से निर्मित टेंट सिटी में सम्बंधित गुरुद्वारा प्रबंधन समिति की ओर से लंगर की व्यापक पैमाने पर व्यवस्था भी की गयी है. वहीँ आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो इसको देखते हुए विभिन्न रेलवे स्टेशनों जैसे पाटलिपुत्र जंक्शन, पटना जंक्शन, राजेन्द्र नगर टर्मिनल, गुलजारबाग स्टेशन, पटना साहिब एवं पटना घाट रेलवे स्टेशन ,पटना एयरपोर्ट एवं इन स्थलों से पटना सिटी की ओर जाने वाले महत्वपूर्ण मार्गों पर कुल 55 हेल्प डेस्क स्थापित किये गए है.
इस समारोह में शामिल सभी श्रद्धालुओं को खुद मुख्यमंत्री ने लंगर में भोजन कराया और खुद भी लंगर में शामिल हुए. जितना भव्य प्रकाश पर्व मनाया गया अब उसका शुकराना महोत्सव भी उतना ही भव्य हो इसके लिए मुख्यमंत्री ने सभी आला अफसरों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने बाईपास टेंट सिटी से निरीक्षण की शुरुआत की। डीएम, कमिश्नर नक्शा लेकर एक-एक निर्माण के बारे में सीएम को बताते रहे.
वहीं धूम-धाम से मनाये गए प्रकाश पर्व के बाद मुख्यमंत्री ने कहा - 'पिछली बार समाज के हर वर्ग के लोगों ने देशभर से आए सिख श्रद्धालुओं को बहुत सम्मान दिया, इससे उनके मन में एक अच्छी भावना पैदा हुई है बिहार के प्रति. हम आग्रह करेंगे बिहारवासियों से, पटनावासियों से कि जिस तरह पिछली बार प्रकाश पर्व पर सहयोग किया और जो श्रद्धालु आये उनकी सेवा में तत्पर रहे, इस बार भी वही व्यवहार होना चाहिए. यह गौरव की बात है कि गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज का जन्म यहीं हुआ था.'
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