गुजरात चुनाव परिणामों से उत्साहित हार्दिक, जिग्नेश और अल्पेश की तिकड़ी अब महाराष्ट्र को बीजेपी मुक्त करने के मंसूबे पाल रही है. वह गुजरात में जीत के करीब पहुंची हार की कसर को महाराष्ट्र में पूरा करना चाहती है. बता दें कि इस तिकड़ी ने गुजरात चुनाव में भाजपा को नाकों चने चबवाने दिए थे.
उल्लेखनीय है कि एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड के न्योते पर महाराष्ट्र आए अल्पेश ठाकोर ने कहा कि वो गुजरात में थोड़े से चूक गए, लेकिन बीजेपी को हराने में रही सही कसर महाराष्ट्र में पूरी करेंगें. अल्पेश ने दावा किया कि वो, जिग्नेश और हार्दिक मिलकर महाराष्ट्र को बीजेपी मुक्त बनाएंगें. अल्पेश के बयान को हल्के में इसलिए नहीं लिया जा सकता , क्योंकि यहां भी जातिगत समीकरण काफी मायने रखते हैं. पटेल समाज की तरह महाराष्ट्र में भी मराठा समाज आरक्षण के लिए आंदोलनरत है.
बता दें कि दलितों लड़ाकों की पेशवा सैनिकों पर हुई जीत के 200 साल पूरे होने पर पुणे में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दलित संगठनों ने खास तौर पर गुजरात से जिग्नेश को बुलाया है. सूत्रों के अनुसार इस आयोजन के बहाने जिग्नेश बीजेपी पर दलित अत्याचार के मुद्दे पर हमला कर सकते हैं. वहीं बाल ठाकरे को अपना आदर्श मानने वाले हार्दिक पटेल गुजरात में बीजेपी को हरा ना पाने की कसक महाराष्ट्र में निकालने के लिए विपक्ष से हाथ मिला सकतें हैं.जबकि बीजेपी बीजेपी नेता राज पुरोहित का कहना है कि जैसे गुजरात में ये तीनों लड़के बीजेपी का कुछ नहीं बिगाड़ पाए, उसी तरह महाराष्ट्र में भी इनके आने से कुछ फर्क़ नहीं पड़ेगा.हालाँकि महाराष्ट्र में जातिगत समीकरण बहुत मायने रखते हैं.34 फीसदी मराठा समाज चुनाव की दिशा बदल सकते हैं.
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