गत दिनों दिल्ली विवि (DU) से जुड़े दयाल सिंह इवनिंग नामक महाविद्यालय का नाम परिवर्तिति करने का मामला सामने आया था. जहां कॉलेज प्रशासन ने प्रस्ताव दिया था कि, कॉलेज का नाम बदल कर वंदे मातरम रखा जाए. इस प्रकार की पहल के कारण बाद में यह मामला काफी विवादों में घिर गया था. इसके सम्बन्ध में कई स्कूलों के भीतर से भी विवादित स्वर निकलने लगे थे. इसके बाद इस मामले में अकाली दल और बीजेपी से विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने बगावत कर दी. वही सिरसा ने इसे धर्म का अपमान बताया था.
वही, दूसरी ओर हाल ही में संसद में हुई बहस के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी. जहां प्रकाश जावड़ेकर ने कहा यह कि, महाविद्यालय के नबाम में किसी भी प्रकार का कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा.
जहां एक ओर प्रशासन ने इस फैसले पर रोक लगा दी है, वही दूसरी ओर कॉलेज के शिक्षक और छात्र भी इससे नाखुश है. दयाल सिंह इवनिंग कॉलेज में अध्ययनरत अधिकतर छात्रों का कहना है कि, नाम ना बदलने का फैसला सही है. छात्रों ने बताया कि, नाम बदलने से कंफ्यूजन होगा और कॉलेज की जो प्रतिष्ठा है उस पर कहीं ना कहीं फर्क पड़ेगा, वहीं दूसरी तरफ शिक्षक संघ के अध्यक्ष पी के परिहार का कहना है कि, स्कूल प्रशासन कॉलेज की कमियों से ध्यान हटाने के लिए नाम बदल रहा है जबकि कॉलेज में पहले से ही सुविधाओं की कमी है.
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