न्यूजर्सी। भारत चाहता है कि न्यूक्लियर्स सप्लायर्स ग्रुप में उसे सदस्यता मिल जाए। इसके लिए वह समय समय पर अपने मित्र राष्ट्रों से संपर्क करता रहा है। सबसे अधिक जोर वह अमेरिका के माध्यम से लगा रहा है। अमेरिका भी प्रयास कर रहा है कि भारत को इस समूह की सदस्यता मिल जाए। मगर इस मामले में चीन का सहयोग भारत को नहीं मिल पा रहा है। चीन भारत को इस समूह की सदस्यता से दूर रखने को लेकर वीटो का उपयोग करने में लगा है। मगर इसके बाद भी अमेरिका प्रयास कर रहा है कि भारत को एनएसजी सदस्यता मिल जाए। इस मामले में एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने कहा कि जल्द ही वे एक बैठक का आयोजन करेंगे। इस तरह से विभिन्न तरीकों पर विचार किया जा रहा है। जिसमें एनएसजी सदस्यता से जुड़े मसलों पर चर्चा की जाएगी। उल्लेखनीय है कि 26 जून को व्हाईट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई बैठक में भी यह मसला उठा था। यह बात भी सामने आ चुकी है कि भारत चाहता है कि भारत को इस समूह की सदस्यता मिल जाए। ट्रंप के विरोध में चीन ने कहा, आतंकवाद से जंग में PAK ने बड़ी कुर्बानियां दी हैं ट्रंप की साइबर सुरक्षा सलाहकार समिति के सदस्यों ने दिया इस्तीफा तूफान से मची तबाही, ट्रंप करेंगे टेक्सास का दौरा