केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल का आज रविवार को विस्तार हुआ। जैसा कि सभी अटकलें लगा रहे थे, रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने सभी कर्मचारियों को धन्यवाद कहकर जंक्शन को अलविदा कहा और उद्योग की काॅर्पोरेट जनरेशन में आ गए। रेल का परिचालन मोदी एंड कंपनी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को दे दिया। जो ऊर्जा मंत्री के तौर पर देशभर में कोयले और विद्युत की आपूर्ति किया करते थे। एक बार फिर बयानबाजी में तेज मानी जाने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई तो दूसरी ओर राज्यमंत्री निर्मला सीतारमन को रक्षामंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण पद देकर राजनीति में महिलाओं की भागीदारी के महत्व को सरकार ने अप्रत्यक्ष तौर पर बढ़ाया है। राजनीतिक किले बंदी के तौर पर देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिपहसालारों के तौर पर बड़े ही प्रबंधकीय तरीके से नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। मंत्रिमंडल में दक्षिण भारत के अनंत कुमार हेगड़े ने मंत्री पद की शपथ ली। वे कर्नाटक क्षेत्र के सांसद हैं। दूसरी ओर गोरखपुर को स्थान देकर उत्तरप्रदेश को निराश नहीं किया गया है। यहाॅं से शिवप्रताप शुक्ला को राज्यमंत्री पद दिया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे की कमी यूॅं तो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेताओं के और भाजपा नेतृत्व स्तर पर कोई भी पूरी नहीं कर सकता है। मगर किसी न किसी को तो विभागों की कमान सौंपनी ही होती है वैसे ही मध्यप्रदेश राज्य से एक राज्य मंत्री के तौर पर मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ के सांसद डाॅ. वीरेंद्र कुमार को शपथ दिलवाई गई। निकट भविष्य में गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा अपने इन गढ़ों के मतदाताओं को नाराज़ नहीं कर सकती है। इतना ही नहीं वष्र 2019 की तैयारियों में लगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष को कोई अवसर नहीं देना चाहते हैं जिसे वह सत्ता विरोधी लहर में बदल दे। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिपहसालारों के विभाग बदले जाते रहे हैं। भाजपा भ्रष्टाचारमुक्त, गुड गवर्नेंस आधारित शासन चाहती है। वह इस माध्यम से अपना चुनावी एजेंडा भी पूरा करना चाहती है। केंद्रीय मंत्री के तौर पर मुख्तार अब्बास नकवी को प्रमोट करना यूॅं तो मुख्तार की काबिलियत और भाजपा में उनकी वरिष्ठता को दर्शाता है लेकिन इस माध्यम से भाजपा अल्पसंख्यक वोट बैंक को भी प्रसन्न करना चाहती है। संभावना है कि भाजपा मुख्तार अब्बास नकवी के माध्यम से तीन तलाक के मसले पर अल्पसंख्यकों की सहानुभूति को बटोर ले और इस मामले में भाजपा कूटनीतिक व राजनीतिक जीत प्राप्त करती है. तो यह एक बड़ा एतिहासिक कदम होगा। भाजपा को मुस्लिम महिला वोटबैंक का साथ मिल सकता है। केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी सड़क परिवहन के मामले में बेहतर कार्य करते रहे हैं। जो गंगा सफाई का कार्य उपेक्षित हो रहा था उम्मीद है कि केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी के विज़न और लगन से उसमें कुछ सकारात्मक वातावरण बनेगा। निर्मला सीतारमन बनीं रक्षामंत्री, बदला उमा भारती का विभागसी ट्विटर के माध्यम से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने देशवासियो को दी बधाई अनिल बोकिल ने गिनाये नोटबंदी के फायदे, कहा आर्थिक मंदी से बचाया