अहमदाबाद। गुजरात में दूसरे चरण का मतदान 14 दिसंबर को होगा। इसी बीच विभिन्न पार्टियां जैसे कांग्रेस, भाजपा और अन्य पार्टियां इन क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार करने में लगी हैं। हालांकि दूसरे चरण में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर सांप्रदायिकता और जातिवाद के आधार पर प्रचार-प्रसार का कार्य किया जा रहा है। भाजपा पर मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया जा रहा है। इसके लिए, वे मुस्लिम विरोधी सरगर्मी को उभारने का प्रयास कर रहे हैं। पार्टी के लिए, दभोई सीट बेहद अहम मानी जा रही है। दभोई सीट पर पाटीदार, मुस्लिम और अनुसूचित जनजाती, जो कि, वसावा समुदाय के लोग, मतदाताओं के समर्थन से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व विधायक मजबूत हालात में नज़र आ रहे हैं। वर्ष 1962 में पार्टी के प्रत्याशी को फिर से जीत नहीं मिल पाई है। इस परंपरा का लाभ, सिद्धार्थ पटेल के पक्ष में नज़र आता है। मिली जानकारी के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री चिमनभाई पटेल के पुत्र व कांग्रेस के चुनाव अभियान दल के सिद्धार्थ पटेल प्रमुख हैं। वे वर्ष 2007 व 1998 में इस सीट पर जीते थे। भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेता छोटूभाई वसावा की शानदार पकड़ बनी हुई है। वे कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं। मुस्लिम वोट बैंक का होगा दूसरे चरण की वोटिंग में असर अपनी ही पार्टी के खिलाफ शत्रुघ्न ने किया ट्वीट पीएम मोदी करेंगे चुनावी प्रचार - राहुल करेंगे तीखे वार