गोमा- अफ्रीका महाद्वीप के मध्य में स्थित देश कांगो की एक अदालत ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया है. आपको बता दे कि पुरुषों को अलौकिक शक्तियां देने के लिए आयोजित समारोहों के दौरान 37 लड़कियों के साथ दुष्कर्म की घटना पर 11 मिलिशिया लड़कों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. गौरतलब है कि इस मामले की सुनवाई में शामिल रहे मानवाधिकार संगठन ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि, "कोर्ट के आदेश को ऐसे देश के लिए मील का पत्थर बताया जहां सशस्त्र समूहों द्वारा बलात्कार सामान्य बात है. और अक्सर दोषी को सजा भी नहीं मिल पाती थी". साथ ही यह भी कहा गया कि यीशु की सेना के नाम पर गठित जेशी या येशु से जुड़े इन लड़कों ने दक्षिणी प्रांत किवु के कावुमु गांव के पास साल 2013 से 2016 के दौरान 37 लड़कियों का दुष्कर्म किया था. जिसमे अधिकांश पीड़िताओं की उम्र 18 वर्ष से कम थी. वही एक समुदाय के मुताबिक बाटुमाइक समेत मिलिशिया के अन्य सदस्यों को हत्या, एक विद्रोही आंदोलन में सहभागिता और अवैद्य हथियार रखने का भी दोषी ठहराया गया है. अदालत ने कहा कि बलात्कार और हत्या मानवता के विरुद्ध अपराध हैं. बता दे कि घटना को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक विरोध किया गया था. वही विभिन्न मानवाधिकार संगठनों ने सरकार पर धीमी गति से कार्रवाई का आरोप भी लगाया था. बलात्कार के आरोप में देवर को दस साल की सजा प्रिंसिपल एक महीने से कर रहा था छात्रा से दुष्कर्म अपने अपहरण की शाजिश रच विरोधियों को फंसाने की चाल