रांची। झारखंड कैडर के भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी पी एस नटराजन सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए। उन पर आदिवासी महिला के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था। जानकारी सामने आई है कि झारखंड के पूर्व आईपीएस अधिकारी पीएस नटराजन पर अगस्त वर्ष 2005 में महिला के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था। इस मामले में जब मामला सीबीआई न्यायालय में पहुंचा तो न्यायालय ने सुनवाई की। मगर कार्रवाई के दौरान न्यायाधीश ने पूर्व अधिकारी नटराजन को बरी कर दिया। सीबीआई के सामने आरोप लगाया गया था। उक्त महिला ने आरोप लगाया था कि अधिकारी नटराजन ने उनका यौन उत्पीड़न किया था। ऐसे में राज्य सरकार ने अधिकारी को निलंबित कर दिया था। सरकार ने मामले की जांच करवाई। जब उन्हें प्रथम दृष्टया मामले में दोषी पाया गया तो सेवा से बर्खासत कर दिया गया। मगर इसके बाद यह मामला सीबीआई के पास पहुंचा। जिसमें सीबीआई ने जांच करते हुए सुनवाई की। इस सुनवाई में अधिकारी को बरी कर दिया गया। गौरतलब है कि रांची में सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा चारा घोटाले के मामले में भी सुनवाई की जा रही थी। उसी दौरान इस मामले में निर्णय आने के बाद कुछ लोगों को ऐसा लगा जैसे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को चारा घोटाले से जुड़े मामले में बरी कर दिया गया है ऐसे में न्यायालय परिसर में सुगबुगाहट शुरू हो गई लेकिन बाद में लालू यादव को लेकर फैसला आने पर लोगों को लालू यादव को दोषी करार दिए जाने की जानकारी मिली थी। काम के तनाव में ASI ने लगाई फांसी तिहाड़ जेल में कैदी ने लगाई फांसी जेट पंप्स में छिपाकर सोने की स्मगलिंग