अलवर: गत वर्ष 19 दिसंबर को अलवर में उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी और छात्रों के बीच गुरु शिष्य संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कर्यक्रम में उच्च राज्य शिक्षा मंत्री ने छात्रों से कई प्रकार के शिक्षा सम्बन्धी वादे किये थे, लेकिन अब लग रहा है कि, उच्च शिक्षा मंत्री के यह वादे केवल कागजो तक ही सीमित रह गए है. शिक्षा मंत्री और छात्रों के बीच हुए इस संवाद को करीब 2 सप्ताह से अधिक का समय हो गया हैं, लेकिन अभी तक इन पर कोई अमला नही किया गया है. प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, जब कुछ छात्रों से बात की गयी तो यह निष्कर्ष सामने निकलकर आया. शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया था कि, सरकारी महाविद्यालयों में स्टॉक की कमी को पूरा किया जाएगा, लेकिन इस पर अभी तक कोई काम नही हुआ. - हर्ष थरेजा, कला महाविद्यालय , अलवर शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया था कि, सरकारी महाविद्यालयों में स्टॉक की कमी को पूरा करेंगे, यह महाविद्यालय मात्र चार व्याख्याताओं के भरोसे संचालित हो रहा है. शिक्षा मंत्री के दावे अभी तक धरे के धरे है. - राहुल यादव, बीबीरानी कॉलेज, अलवर वहीं छात्र अनिरुद्ध कुलश्रेष्ठ का कहना है कि, वाणिज्य महाविद्यालय को अभी तक जमीन नहीं मिली है, जबकि इसका आश्वासन दिया गया था. इन समस्याओं पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया... - शारीरिक शिक्षको की कमी - गोविंदगढ़ कॉलेज में स्टॉक की कमी - महाविद्यालयों में लैब सहायको की कमी - सभी महाविद्यालयों में व्याख्याताओं की कमी. यूजीसी नेट ने घोषित किया परीक्षा परिणाम गरीब बच्चों के अंधियारे जीवन में प्रकाश भरेगा नव वर्ष यूपी में अब दीपावली पर बंद रहेंगे मदरसे जॉब और करियर से जुडी हर ख़बर न्यूज़ ट्रैक पर सिर्फ एक क्लिक में, पढिये कैसे करे जॉब पाने के लिए तैयारी और बहुत कुछ.