नई दिल्ली -फिलीपींस में जूनियर एशियन बाक्सिंग प्रतियोगिता में भारत को रजत मैडल मिला है जिसे सतेंद्र सिंह ने जीता है सतेन्द्र चमोली के रहने बाले है सतेन्द्र ने इस रजत पदक जीत कर देश का नाम रोशन किया है सतेन्द्र उत्तराखंड के चमोली जिले कि चमोली जनपद के घुनी रहने बाले है रविवार को अंडर 19 जूनियर एशियन बाक्सिंग चैंपियनशिप के 80 किग्रा भार वर्ग में सतेन्द्र सिंह का फाइनल मुकाबला उजबेकिस्तान के अल्माटोव से हुआ भारत के इस युबा बॉक्सर ने चुनोती देते हुए गोल्ड पर दाव मारा था पर बो चुक गये जिससे उन्हें सिल्वर से ही संतुष्ट होना पड़ा सतेन्द्र के गाँव से लेकर चमोली जनपद और पुरे भारत में ख़ुशी की लहर है . सतेन्द्र गाँव से रजत तक का सफ़र- प्राथमिक स्तर पर सतेन्द्र ने अपने शिक्षक योगेंद्र बोरा से बाक्सिंग सीखी, फिर उनका चयन महाराणा प्रताप स्पोटर्स कॉलेज देहरादून के लिए हुआ उन्केने नेशनल जीता जिसके बाद उनका चयन 2017-18 में एशियन बाक्सिंग चैंपियनशिप के लिए हुआ. सतेन्द्र के चाचा ने बताया कि वो एक किसान के बेटे अहि और गढ़वाल राइफल्स ब्वायज स्पोर्ट्स कंपनी के खिलाड़ी हैं. सतेन्द्र के पिता किसान है और वो घुनी गाँव के रहने वाले है सतेन्द्र की सफलता पर पिता महेंद्र सिंह, बहन गंगोत्री, चाचा नरेंद्र सिंह, गढ़वाल राइफल्स में कोच सूबेदार जीवन सिंह ने खुशी जताते हुए कहा कि सतेन्द्र एक बार स्वर्ण पदक जरूर जीतें. सतेन्द्र ने हमें ख़ुशी मनाने का मौका दिया है उनके भावी जीवन के लिए शुभकामनाये . चेहरे से झाइंयों की समस्या को दूर करती है तुलसी चीनी मिडिया की सुर्ख़ियो में भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह जीत के बाद कोहली ने कहा हमने जीत की आदत बना ली है हक्का नूडल्स खाकर किसने दी बधाई विजेंदर सिंह को जाने पेशेवर मुक्केबाज अखिल और जीतेन्द्र ने जीते अपने अपने मुकाबले