नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षामंत्री अरूण जेटली ने चीन से भारत के विवाद को लेकर कहा कि भारत ने 1962 के युद्ध से सबक प्राप्त किया। उन्होंने राज्यसभा में भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित विशेष सत्र में उपस्थितों को संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों को पूरी तरह से तैयार रहना होगा। तैयारियों का परिणाम हमें 1965 और 1971 में देखने को मिला। इससे सेनाऐं सुदृढ़ हो गई हैं। रक्षा मंत्री जेटली ने कहा इन परिस्थितियों में पूरे देश को एकसुर में बोलना चाहिए कि हम कैसे देश के संस्थानों को और मजबूत कर सकते हैं और आतंकवाद के खिलाफ कैसे लड़ सकते हैं। संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखने के लिए हम पूरी तरह से प्रयासरत हैं। हमारी सेनाऐं इस कार्य में सक्षम है। भारत को पूर्वी क्षेत्र में चुनौति मिले या पश्चिमी भारत सदैव अपनी संप्रभुता को कायम रखेगा। गौरतलब है कि चीन ने सिक्किम में घुसपैठ कर डोकलाम में भारत के सैनिकों से विवाद किया था। चीन कई माध्यमों से भारत को अपनी सेना पीछे हटाने के लिए धमकाता रहा है। कई बार चीन ने 1962 के युद्ध का हवाला भी दिया मगर भारत के नेताओं का कहना है कि मौजूदा परिस्थितियों में भारत बहुत मजबूत हो गया है। भूकंप से थर्राई चीन की धरती, 7.0 तीव्रता के भूकंप से लगभग 13 की मौत कबूतर के द्वारा ठगा जा रहा है लोगों को, भूल कर भी ना करें ऐसी गलती उत्तर कोरिया के खिलाफ लगी नई पाबंदियों से बदला माहौल