दिल्ली : देश में प्रथम श्रेणी के करीब एक चौथाई रेलवे स्टेशनों पर विश्राम कक्ष की सुविधा नहीं है इसको लेकर संसद की एक समिति ने चिंता व्यक्त की है. उन्हों कहना है कि विश्राम कक्ष स्टेशनों पर मुहैया करवाई जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में से एक है, ऐसे में उन रेलवे स्टेशनों की पहचान की जानी चाहिए ,जहां इस सुविधा का विस्तार किया जा सके. संसद में हाल में पेश रेल संबंधी स्थायी समिति की रिपोर्ट के अनुसार देश के कुल 8495 स्टेशनों में से केवल 559 स्टेशनों पर ही विश्राम कक्ष की सुविधा है. इसको लेकर समिति का मानना है कि सभी स्टेशनों पर यह सुविधा न तो अपेक्षित है और न ही बाध्यकारी है लेकिन प्रथम श्रेणी के सभी स्टेशनों पर विश्राम कक्ष की सुविधा मुहैया करवाई जानी चाहिए क्योंकि वर्तमान में लगभग एक चौथाई प्रथम श्रेणी के स्टेशनों पर विश्राम कक्ष नहीं है. इसके अतिरिक्त समिति यह भी महसूस करती है कि चूंकि विश्राम कक्ष स्टेशनों पर मुहैया करवाई जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में से एक है, ऐसे में रेलवे को ऐसे स्टेशनों की पहचान करनी चाहिए जहां इस सुविधा का विस्तार इसकी उपयोगिता के आधार पर किया जा सकता है . वहीं समिति ने सिफारिश की है कि सभी ए श्रेणी के स्टेशनों पर जल्द से जल्द विश्राम कक्ष की सुविधा मुहैया करवाई जानी चाहिए और शेष स्टेशनों पर जहां यह सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां संबंधित जन प्रतिनिधियों के साथ परामर्श से स्टेशनों को चयनित करके उनकी पहचान की जानी चाहिए . इंदौर बस हादसा - दुखी परिजनो ने सुनाई सीएम को खरी-खोटी सरकार सिखाएगी बच्चों को जीवन जीने का सलीका इंदौर बस हादसा : शिवराज सिंह संवेदना व्यक्त करने इंदौर पहुंचे