नई दिल्ली: गुजरात चुनाव से पहले विकास दर में हुई बढ़ोतरी सरकार के लिए बड़ी राहत का पैगाम लेकर आई है .प्रधानमंत्री ने काला धन और भ्रष्टाचार रोकने के लिए जो कदम उठाए उनसे हुई अव्यवस्थाओं से मुक्ति मिलने के साथ ही आलोचकों का मुंह भी बंद हो जाएगा .ऐसे में यह सवाल उचित है कि क्या जीडीपी दर बढ़ने का पीएम मोदी को गुजरात चुनाव में फायदा होगा ? उल्लेखनीय है कि देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है. इस साल की दूसरी तिमाही में जीडीपी दर बढ़कर 6.3 फीसदी हो गई. जीडीपी की विकास दर में सुधार हुआ है.इस पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि साफ संकेत है कि अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी और जीएसटी का असर खत्म हो रहा है. गुजरात चुनाव से पहले यह निश्चित तौर पर मोदी सरकार के लिए राहत की खबर है. बता दें कि वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में विकास दर में बड़ी गिरावट के लिए नोटबंदी और जीएसटी को जिम्मेदार ठहराया गया था. अब इन फैसलों का असर कम होता दिख रहा है. लेकिन चुनौतियां अब भी कायम हैं, आगे की राह आसान नहीं है. अब भी कई सेक्टर हैं जहां विकास दर में सुधार की ज़रूरत है. लेकिन इतना ज़रूर है कि गुजरात चुनाव के समय विकास दर में हुई बढ़ोतरी बीजेपी के हौंसले को बुलंद करेगी.वहीँ यशवंत सिन्हा जैसे नेताओं के सवालों से भी राहत मिलेगी. ऐसे में यह सवाल उठना वाज़िब है कि क्या अर्थ व्यवस्था में आई इन अनुकूल परिस्थितियों का लाभ पीएम मोदी को गुजरात चुनाव में मिलेगा ? यह भी देखें अर्थव्यवस्था में तेज़ी से ख़ुशी का माहौल कच्चे तेल के कारण बढ़ेंगे ईंधन के दाम