नईदिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के मसले पर प्रकरण का सामना करने हेतु स्वदेश जाऐंगे। उनका कहना था कि रावलपिंडी आतंकवाद रोधी न्यायालय, एटीसी के निर्णय के विरूद्ध नहीं है। उनका कहना था कि वे पूरी तरह से स्वस्थ्य हो जाऐंगे ऐसे में वे निश्चितरूप से पाकिस्तान वापस जाऐंगे। इतना ही नहीं उन्हें प्रकरण का सामना भी करना होगा। परवेज मुशर्रफ ने कहा कि भले ही उन पर आपराधिक साजिश रचने का और हत्या के षडयंत्र का आरोप है लेकिन इस हत्या से उनका कोई सम्बंध नहीं है। वर्ष 2008 में एटीसी ने इस मामले में आपत्ति जाहिर की और कहा कि शेर जमान, अब्दुल, राशिद, रफाकत हुसैन और हसनैन गुल को हत्या की आपराधिक साजिश रचने, अपराधियों को उकसाने, अवैध विस्फोटक सामग्री के उपयोग व 27 दिसम्बर 2007 को आतंकवाद का निर्णय लेने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि बेनजीर भुट्टो को एक हमले मेें मार दिया गया था। इस हमले से पाकिस्तान ही नहीं विश्वभर में हड़कंप मच गया था। परवेज मुशर्रफ को पहले भी एक मामले में निर्वासित किया जा चुका है अब उनके खिलाफ इस तरह का मामला चलने से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक बार तो उन्हें कथित तौर पर नज़र बंद तक कर दिया गया था और बाद में वे लंदन में रहने चले गए थे। तो क्या पाकिस्तानी क्रिकेटर अब्दुल रज्जाक को डेट कर रही है तमन्ना! पाकिस्तान में JuD चीफ मक्की ने कहा कश्मीर में नहीं थमने देंगे आतंकवाद, जारी रहेगा जिहाद कोर्ट के आदेश के बाद भी पाकिस्तान न जाने वाले कैदी को लेकर सुषमा स्वराज से की अपील पाकिस्तानी क्रिकेटर के साथ में 'बाहुबली' एक्ट्रेस का ढींकाचिका